( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हल्द्वानी। उत्तराखंड के तेजतर्रार IAS अफसर और कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत अपनी सख्त छवि के लिए जाने जाते हैं। वह अक्सर अपने अनोखे अंदाज में छापे मारने को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। चाहे वह किसी जिले में DM रहे हो या फिर अब। शुक्रवार को वह हल्द्वानी में थे और अचानक नैनीताल रोड पर एक निर्माणाधीन पुलिया का निरीक्षण करने पहुंच गए। पर्यटन व अन्य दृष्टिकोण से अहम इस सड़क पर पुलिया के निर्माण की वजह से हर रोज इस जगह लंबा जाम लग जाता है, लिहाजा तय समय में काम पूरा न होने पर उन्होंने PWD अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की और 30 अगस्त तक काम पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद दीपक रावत क्रियाशाला मार्ग पर पैदल ही आगे बढ़ गए। इस दौरान ई-रिक्शा पर बैठे कुछ लोगों से उन्होंने हालचाल पूछा, तो वे घबरा गए। संदिग्ध जान पड़ते हुए उनकी तलाशी ली गई, तो कुछ के पास से चरस बरामद हुई। वे लोग वहां बैठ चरस पी रहे थे।
IAS दीपक रावत ने उनसे पूछा कि वे लोग चरस कहां से खरीदकर लाए हैं, तो उन्होंने राजपुरा क्षेत्र में रेलवे क्रॉसिंग के पास से खरीदने का जिक्र किया। जानकारी मिलते ही वह पूरी टीम के साथ उस क्षेत्र की ओर चल दिए। मौके पर कुछ लोगों को पकड़ा, जिनके पास से कुछ मात्रा में चरस बरामद हुई। वह सभी कम उम्र के लड़के हैं, वहां रहने वाले एक युवक की झोपड़ी की भी तलाशी ली गई। फिलहाल वहां से कुछ नहीं बरामद हुआ। पकड़े गए एक युवक के चरस बेचने की भी बात सामने आई है। वहीं पुलिस ने उनसे इस गिरोह के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
‘युवाओं को नशे से बचाना होगा’
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सीओ संजय सिंह गर्ब्याल को चारों पकड़े गए लोगों से पूछताछ और कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चल रहा है और इसे और मजबूत करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज नशा युवाओं को अपनी चपेट में लेकर उनका भविष्य खराब कर रहा है और वक़्त रहते उन्हें इससे बचाना होगा। उन्होंने आदेश दिया कि इसके लिए सभी सम्बन्धित विभाग समय-समय पर चेकिंग अभियान के साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाएं, साथ ही नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हुए उन्हें नशा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लाने के प्रयास के लिए पहल की जाए।