*अनुसूचित जाति के संगठनों के महासंघ का लाखों की भीड़ जुटने का दावा
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। आगामी 27 जुलाई को अनुसूचित समाज की प्रस्तावित बैठक को सफल बनाने के लिए गांव गांव बैठकों का दौर जारी है। जनपद हरिद्वार का संपूर्ण दलित समाज अनुसूचित जाति के सामाजिक संगठनों के महासंघ के बैनर तले इस महापंचायत को कर रहा है। महासंघ के अध्यक्ष रूप सिंह दधेरा ने बताया कि लगभग 15 से 20 टीमें जिनमे 10 से 12 सदस्य होते है हर टीम में ,गांव गांव जाकर दलित समाज को 27 जुलाई की महापंचायत के बारे में बता रहीं हैं। उन्होंने बताया कि लोग गांव में महासंघ की टीम का खुले दिल से स्वागत कर रहे हैं और महापंचायत में आने के लिए भी हामी भर रहें हैं। उन्होंने कहा कि गांव वालों के उत्साह को देखते हुए एक गांव से लगभग 200 व्यक्ति महापंचायत में आएंगे।
महासंघ के अध्यक्ष ने कहा कि दलित समाज के ऊपर अत्याचार और उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। उन्होंने मणिपुर की घटना पर भी रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार की नाकामी है। और ऐसी सरकारों को बने रहें का कोई अधिकार नहीं है। महासंघ के अध्यक्ष ने अपनी टीम के साथ पनियाला, फाजलपुर , सुनहरी आदि गांवों का दौरा किया। महासंघ की एक और टीम ने जगजीवनराम के नेतृत्व में बेलड़ा, बेलडी ,साल्हापुर, शंकरपुरी, बरहमपुर, रहमतपुर, बाजू हेड़ी, मेवड़, पांडे वाली ,शेरपुर नागल आदि गांव में जनसंपर्क किया।महासंघ के निर्माण में और बेलड़ा प्रकरण में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले मोदीमल तेगवाल ने कहा कि जनपद की इस महापंचायत को महासंघ के प्रत्येक सदस्य ने अपनी जान लगा रखी है। तेगवाल ने कहा कि यह महापंचायत ऐतिहासिक होगी और अनुसूचित जातियों का भविष्य तय करेगी।
महापंचायत में भीम आर्मी के दोनो गुटों की भूमिका पर नजर रख रहा है दलित समाज
हरिद्वार जिला मुख्यालय पर दलित समाज की 27 जुलाई को एक महापंचायत हो रही है। पहली बार दलित समाज में ऐसा देखने को मिला है जब सभी राजनैतिक दलों के एससी नेता और सामाजिक संगठनों के अध्यक्ष एक बैनर के तले इकट्ठा हुए हैं। आपको बता दें कि 11 जून को रुड़की के ग्राम बेलड़ा में पंकज नामक दलित युवक की मौत हो गई थी, जिसकी मृत्यु का आरोप गांव के ही सचिन रोड़ व अन्य पर परिवार ने लगाया था। हालांकि इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि इस प्रकरण में राज्य अनुसूचित आयोग के साथ साथ राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग भी गांव में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा था।इसके बाद मांगे न माने जाने पर तथा पंकज के परिवार को न्याय दिलाने के लिए अनुसूचित जाति के सामाजिक संगठनों का एक महासंघ बनाया और 27 जुलाई को महापंचायत का एलान कर दिया। हालांकि इस मामले में भीम आर्मी के दोनो गुटों का समर्थन महासंघ को है। बेलड़ा प्रकरण में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद भी पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे थे तो वहीं भीम आर्मी जय भीम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत सिंह नौटियाल भी पीड़ित परिवार से मिले थे उर 16 तारीख की टिबड़ी में रविदास मंदिर पर हुई बैठक में शामिल हुए थे। आजाद समाज पार्टी और चंद्रशेखर गुट की भीम आर्मी तो जिला मुख्यालय रोशनाबाद ही पहुंचने की बात कर कर रही है लेकिन मंजीत नौटियाल ग्रुप के कुछ सदस्य सोशल मीडिया पर तरह तरह की भ्रांतियां फैला रहे हैं। मंजीत ग्रुप के कुछ पदाधिकारी फेसबुक पर रविदास घाट पर इकट्ठा होकर रोशनाबाद जाने की बात कर रहें है। इस मामले में समाज के कुछ बुजुर्ग, अनुभवी एवं समाज के चिंतक इसे उचित नही मान रहें हैं। कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे अभी केवल महापंचायत की वजह से चुप हैं। उन्होंने कहा कि समाज सभी दलों और संगठनों से जुड़े लोगों पर नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि समाज का प्यार और आशीर्वाद उसे मिलेगा जो समाज के साथ रहेगा। इस मुद्दे पर हालांकि चंद्रशेखर आजाद और मंजीत सिंह नौटियाल से संपर्क नही हो पाया है। उनका पक्ष मिलने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा। कल महासंघ की गांव गांव जाकर जाग्रत करने वाली टीम में रूप सिंह दैधेरा, मोदीमल तेगवाल ,मेघराज सिंह, कर्दम सिंह, जीतमल, प्रवीण कुमार, जगजीवनराम, सीताराम अंबेडकर, विजयपाल सिंह, तीरथपाल रवि, किशोर पाल, चंद्रपाल सिंह, सोमपाल सिंह, उमेश, डीके कर्णवाल, अर्जुन, रोहित कुमार, नेत्रपाल सिंह, बालेश्वर सिंह, सीपी सिंह, भंवर सिंह, आदित्य ब्रजवाल आदि शामिल रहे।