( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव 2022 में 2017 के मुकाबले इस बार करोड़पति उम्मीदवार भी ज्यादा और क्रिमिनल केस वाले भी ज्यादा है।
जी हाँ ,एक नयी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उत्तराखंड में जितने उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, उनमें से 17% के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। यह आंकड़ा पिछली बार यानी 2017 के चुनाव के आंकड़े से ज़्यादा है। इसी तरह, उत्तराखंड में इस बार चुनाव लड़ने वाले कुल 632 उम्मीदवारों में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या भी पिछली बार की तुलना में 9% ज़्यादा हो गई है। इन करोड़पतियों में एक भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी शामिल हैं। अपने उम्मीदवारों के बारे में चौंकाने वाले फैक्ट्स जरा ध्यान से जरूर देखिये।
उत्तराखंड के चुनाव पर नज़र रखने वाली संस्था असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर के कॉर्डिनेटर मनोज ध्यानी ने सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में एडीआर की रिपोर्ट जारी की। उन्होंने बताया कि इस बार के चुनाव में 2017 के मुकाबले करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या में इजाफा हुआ है। बताया कि 2017 में जहां 31 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार थे, वहीं इस बार 40 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
एडीआर ने कुल 626 उम्मीदवारों द्वारा दिए गए ब्योरों का विश्लेषण करने के बाद एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कई खुलासे हुए हैं। एक और अहम डेटा यह है कि उत्तराखंड में इस बार चुनाव मैदान में महिलाओं की संख्या में मामूली इज़ाफ़ा हुआ है। 2017 में जहां कुल 56 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था, इस बार 62 महिलाएं लड़ रही हैं। लेकिन बड़ा खुलासा यही है कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को राज्य में तीनों ही प्रमुख पार्टियों ने बड़ी संख्या में टिकट दिए हैं।
क्या है उम्मीदवारों के क्रिमिनल केस का डेटा?
एडीआर ने जिन 626 उम्मीदवारों के डेटा का विश्लेषण किया है, उनमें से 107 ने खुद पर आपराधिक मामलों का खुलासा किया है। 2017 में 637 में से 91 उम्मीदवार ऐसे थे, जबकि इस बार 107 यानी 17% ऐसे चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं। यह आंकड़ा पिछली बार के मुकाबले 3% ज़्यादा है. इनमें से भी 61 यानी 10% उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर गंभीर आपराधिक मुकदमे हैं, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 8% था।
किस पार्टी ने दिए कितने ऐसे टिकट?
कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों में से 23 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक केस का ब्योरा दिया है, जबकि भाजपा के 70 में से 13 और आम आदमी पार्टी के 69 में 15 उम्मीदवारों ने ये डिटेल्स दिए हैं। इसी तरह, बसपा के 54 प्रत्याशियों में से कम से कम 10 और यूकेडी के 42 उम्मीदवारों में 7 के खिलाफ क्रिमिनल केस चल रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के 11, भाजपा के 8 और आप के 9 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मुकदमों की बात सामने आई है।
कितने अमीर हैं आपके उम्मीदवार?
एडीआर की इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.71 करोड़ रुपये पाई गई। कहा जा सकता है कि राज्य में अमीर ही चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार यह औसत 1.57 करोड़ रुपये था. कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों के मामले में यह औसत 6.5 करोड़ रुपये प्रति प्रत्याशी से ज़्यादा है, तो आप, बसपा और यूकेडी के मामले में यह आंकड़ा 2 करोड़ रुपये प्रति उम्मीदवार से ज़्यादा है. टॉप 3 अमीर कैंडिडेट ये हैं।
शिक्षा और उम्र के आंकड़े भी रोचक
ब्योरे के मुताबिक कुल 244 उम्मीदवार 5वीं से 12वीं के बीच ही शिक्षित हैं जबकि 344 उम्मीदवार ग्रैजुएट या उससे ज़्यादा पढ़े हैं। 26 उम्मीदवार सिर्फ साक्षर हैं जबकि 3 निरक्षर भी हैं। उम्र के अनुसार समझा जाए तो उत्तराखंड में 167 उम्मीदवार 25 से 40 की उम्र के बीच हैं, 101 61 से 80 की उम्र के बीच और और सबसे ज़्यादा 356 उम्मीदवार 41 से 60 की उम्र के हैं. दो उम्मीदवार 80 साल से ज़्यादा उम्र के भी हैं।
यह रिपोर्ट जारी करते हुए एडीआर ने कुछ सिफारिशें भी की हैं। इसमें हत्या, बलात्कार, तस्करी, डकैती, अपहरण जैसे जघन्य अपराधों के दोषी उम्मीदवारों को स्थायी रूप से अयोग्य घोषित करने की मांग शामिल है।
किस दल के कितने करोड़पति
दल का नाम- करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या
भारतीय जनता पार्टी भाजपा- 60
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- 56
निर्दलीय- 40
आम आदमी पार्टी- 31
बहुजन समाज पार्टी- 18
उत्तराखंड क्रांति दल – 12
समाजवादी पार्टी – 8
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)- 6
पिपुल्स पार्टी ऑफ इंडियाडेमोक्रेटिक)- 3
एआईएमआईएम- 2
राष्ट्रीय समाज दल(आर)- 2
भारतीय जन जागृति पार्टी- 2
सीपीआई एम- 2
राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी(सत्या)- 2
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी- 2
राष्ट्रीय लोक दल – 1
जय महाभारत पार्टी- 1
उत्तराखंड क्रांति दल-डी- 1
उत्तराखंड जनएकता पार्टी- 1
सीपीआई- 1
उत्तराखंड जनता पार्टी- 1
शिरोमणि अकाली दल- 1
यह हैं उत्तराखंड के टॉप-10 अमीर उम्मीदवार
उम्मीदवार का नाम- संपत्ति
अंतरिक्ष सैनी (लक्सर)- 123 करोड़
सतपाल महाराज (चौबट्टाखाल)- 87 करोड़
मोहन काला (श्रीनगर)- 82 करोड़
उमेश कुमार (खानपुर)- 54 करोड़
डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल (जसपुर)- 44 करोड़
त्रिलोक सिंह चीमा (काशीपुर)- 44 करोड़
काजी निजामुद्दीन (मंगलौर)- 32 करोड़
कुशल सिंह अधिकारी (लोहाघाट)- 30 करोड़
राजेश शुक्ला (किच्छा)- 28 करोड़
रविंद्र सिंह (खानपुर)- 25 करोड़
ये हैं सबसे कम संपत्ति वाले दस उम्मीदवार
उम्मीदवार का नाम- संपत्ति
संदीप कुमार (श्रीनगर)- 1000 रुपये
निसार खान (लोहाघाट)- 1500 रुपये
आकाश नेगी (कोटद्वार)- 4548 रुपये
शकुंतला रावत (मसूरी)- 7000 रुपये
नफीस आजाद (जसपुर)- 7891 रुपये
दीपक बेलवाल (चंपावत)- 15,000 रुपये
सागर सिंह भंडारी (प्रतापनगर)- 15,500 रुपये
मोहम्मद हारून (चंपावत)- 16,000 रुपये
गणेश लाल (श्रीनगर)- 16,500 रुपये
नरेंद्र सिंह रावत (लैंसडोन)- 18,000 रुपये
इन उम्मीदवारों पर है सबसे ज्यादा देनदारी
उम्मीदवार का नाम- देनदारी
अंतरिक्ष सैनी- 68 करोड़
त्रिलोक सिंह चीमा- 9 करोड़
मो. युनुस चौधरी- 5 करोड़
प्रदीप बत्रा – 3 करोड़
विक्रम सिंह नेगी- 3 करोड़
कुशल सिंह अधिकारी- 3 करोउ़
उमेश कुमार- 2 करोड़
गणेश गोदियाल- 2 करोड़
खजान चंद्र गुड्डू- 2 करोड़
संजय सैनी- 2 करोड़