( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। पिथौरागढ़ में सेना पर स्थानीय नागरिकों को तंग करने का आरोप लगा है। यह कोई और नहीं बल्कि विधानसभा सत्र के दौरान पिथौरागढ़ के दोनों विधायकों ने लगाया है। जोकि गंभीर आरोप है ,इस पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने सरकार को इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक प्राथमिकता पर कराने को कहा है। सत्र के दौरान विधायकों ने कहा कि सेना वर्षो से रह रहे लोगो से घर खली करवा रही है।
पिथौरागढ़ जिले के दो विधायकों हरीश धामी और मयूख महर ने पिथौरागढ़ मे सेना पर स्थानीय नागरिकों को तंग करने का आरोप लगाया है।
विधायक मयूख महर ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में सेना सौ मीटर के दायरे से भी पुराने सभी भवनों को खाली करने के लिए कह रही है। हरीश धामी ने कहा भी कहा धारचूला में भी यही दिक्कत आ रही है। सेना सीमांत पर बसे लोगों को जमीनों से बेदखल कर रही है।
एक जगह पर पानी की टंकी तक तोड़ दी गई है। इस पर विधायक हरीश धामी ने कहा कि कुछ लोग यहां पर सेना के आने से पहले ही रह रहे हैं, यह लोग खुद सीमांत के प्रहरी हैं, अब उन्हें तंग किया जा रहा है। मयूख महर ने कहा कि सेना के नियम तो पूरे देश के लिए बनते हैं, लेकिन सिर्फ पिथौरागढ़ में ही ऐसी दिक्कत आ रही है।
इस पर संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि डीएम की रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई है कि पानी की टंकी वाली जगह सेना की नहीं है। सेना का प्रकरण होने के कारण इस मामले में मुख्यसचिव स्तर की बैठक में सुलझाया जाएगा, इसके लिए जल्द बैठक बुलाई जाएगी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने सरकार को इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक प्राथमिकता पर कराने को कहा है।