( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
शिमला। हिमांचल प्रदेश में शराब जहां सस्ती होने जा रही है वही डिपो में मिलने वाला राशन अब दिन- ब – दिन महंगा होता जा रहा है। हालत यह है कि अब लोग लोग डिपो से राशन लेने से क़तरा रहे है। वही नई एक्साइज पॉलिसी को जहा कैबिनेट मंजूरी दे दी है वही इसके तहत शराब अब पेट्रोल पम्प और डिपार्टमेंटल स्टोर्स में भी मिल सकेगी। हिमांचल सरकार की नीति के अनुसार, भारत में निर्मित विदेशी शराब के कम कीमत वाले ब्रांड सस्ते होंगे। लाइसेंस फीस तथा एक्साइज ड्यूटी में कटौती तथा अंतरजिला और जिले में कोटे के ट्रांसफर की सुविधा को स्वीकृति दी गई। शराब निर्माताओं तथा बॉटलर्स को देसी शराब के कोटे का 15 प्रतिशत रिटेल लाइसेंसधारक को आपूर्ति करने की सुविधा दी गई है। पहले रिटेल लाइसेंस धारक शेष 85 प्रतिशत कोटा अपनी पसंद के आपूर्तिकर्ता से ले सकेंगे। पहले यह कोटा 30 प्रतिशत था। इसमें लाइसेंस फीस में पांच प्रतिशत और कोटे में तीन प्रतिशत की वृद्धि की योजना है। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आबकारी नीति को स्वीकृति प्रदान की गई, जिसके तहत इस वर्ष 1829 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है। यह वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले 14 प्रतिशत वृद्धि के साथ 228 करोड़ रुपये अधिक है।