( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / हरिद्वार। बृहस्पतिवार से शुरू होने जा रही कावड़ यात्रा को लेकर प्रशासन और पुलिस विभाग अपनी -अपनी तैयारियां मुक़म्मल कर ली है। इस दौरान हरिद्वार से लेकर नीलकंठ तक 10 हज़ार पुलिसकर्मी तैनात किये जायेंगे। इसके आलावा कांवड़ यात्रा रूट पर 400 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 300 सीसीटीवी कैमरे हरिद्वार से ऋषिकेश, जबकि 100 से अधिक कैमरे नीलकंठ रूट पर लगाए गए हैं। यात्रा का जायजा लेने के लिए पुलिस ड्रोन का भी सहारा लेगी।
ड्रोन का भी सहारा लेगी पुलिस
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर पहले ही पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। बुधवार को पूर्णिमा है, ऐसे में बुधवार से ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत मानी जा सकती है। हरिद्वार, ऋषिकेश व नीलकंठ तक पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ऋषिकेश में लक्ष्मणझूला पर आवाजाही बंद होने के चलते यहां से प्रबंधन की थोड़ी चुनौती होगी। इस चुनौती से निपटने के लिए जानकी पुल व रामझूला पुल का इस्तेमाल किया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं, लेकिन सुविधा के लिए करें
डीजीपी ने कहा कि कांवड़ यात्रा में पहली बार रजिस्ट्रेशन व्यवस्था शुरू की गई है। चारधाम यात्रा में रजिस्टेशन के अच्छे परिणाम सामने आने के बाद यह व्यवस्था बनाई गई है। रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन कांवड़ यात्रियों को अपनी व पुलिस की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। क्योंकि कई बार कोई बिछड़ जाता है, या कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो रजिस्ट्रेशन से उसे ढूंढने में आसानी होती है। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल https://policecitizenportal.uk.gov.in/Kavad शुरू किया गया है।
रुड़की-हरिद्वार रूट का इस्तेमाल करने से करें परहेज
डीजीपी ने कहा कि 26 जुलाई तक कांवड़ यात्रा है। इनदिनों में रुड़की से हरिद्वार तक हाईवे जाम रहता है। आमजन से अपील है कि परेशानी से बचने के लिए इस रूट के इस्तेमाल से परहेज करें।