( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड के उधमसिंह नगर जिले में छुपे रह रहे पंजाब बम धमको के फरार आरोपी सुखप्रीत उर्फ़ सुख का सम्पर्क खालिस्तान टाइगर फोर्स से होने के साथ ही उसका नेटवर्क पाकिस्तान के लाहौर शहर तक फैले होने की आशंका है। एसटीएफ इसकी जांच कर रही है।90 के दशक में अविभाजित यूपी के समय तराई में खालिस्तानी आतंकी देखे गए थे। वर्ष 1984 में पंजाब से भागकर आए कुछ आतंकियों के बाजपुर, सितारगंज व खटीमा के जंगलों में छुपे रहने की घटनाएं सामने आई थीं। तराई में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उस समय दूसरों राज्यों से पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान भेजे गए थे। शनिवार को एसटीएफ ने आतंकी गतिविधियों में शामिल चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद तराई को एक फिर अशांत करने के प्रयास को असफल कर दिया।
एसटीएफ और पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फरार आतंकी सुखप्रीत के खालिस्तान टाइगर फोर्स के साथ ही लाहौर शहर में रह रहे लखबीर सिंह रोड़े से भी संपर्क के संकेत मिले हैं। रोड़े के वर्तमान में लाहौर में होने की आशंका है। अधिकारियों को आशंका है कि सुखप्रीत को पाकिस्तान से विस्फोटक सामग्री मिल रही है, लेकिन वह स्वयं बम धमाके करने के बजाय युवाओं को गुमराह कर विस्फोटक उपलब्ध कराकर धमाके करवाता है। उसकी गिरफ्तारी के बाद कई नए खुलासे हो सकते हैं।
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फरार आतंकी सुखप्रीत के संपर्क पाकिस्तान के लाहौर में रह रहे लखबीर सिंह रोडे से भी होने की आशंका है। इसकी जांच की जा रही है। सुखप्रीत को शरण देने के आरोपियों को पंजाब पुलिस पूछताछ और शमशेर सिंह को विधिक रूप से बम धमाके के मामले में पंजाब ले जा सकती है।
-अजय सिंह, एसएसपी एसटीएफ