( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / रुद्रपुर। पुलिस कर्मियों को 4600 ग्रेड पे की मांग को लेकर रविवार को गढ़वाल से लेकर कुमांऊ में धरने – प्रदर्शन का दौर जारी है। गढ़वाल में राजधानी देहरादून तो कुमांऊ में रुद्रपुर में पुलिस कर्मियों के परिजन ग्रेड पे की मांग को लेकर धरने पर बैठे। वही हरिद्वार में एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस ने पुलिस परिजनों से अपील की है। देहरादून में सुबह से ही प्रदर्शनकारी धरने पर डटे हुए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचीं, लेकिन प्रदशर्नकारियों ने उनकी बात नहीं मानी। उनका कहना है कि 4600 ग्रेड पे को लेकर तत्काल जीओ जारी किया जाए। प्रदर्शनकारी मौके पर मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग भी कर रहे हैं। बारिश होने के बावजूद भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं।
वहीं कुछ को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया है। देहरादून में धरना स्थल पर एसपी सिटी सहित भारी पुलिस फोर्स तैनात है। बता दें कि कुछ समय पहले पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे में भारी कटौती का आदेश मुख्यालय से जारी कर दिया गया था। तभी से पुलिस कर्मियों के परिजन ग्रेड पे में कटौती का विरोध कर रहे हैं।पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे में की गई कटौती को लेकर ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर में भी परिजनों ने धरना दिया। रविवार को रुद्रपुर धरना स्थल पर पुलिस और पीएसी तैनात है। गांधी पार्क में पुलिस कर्मियों के परिजन धरना दे रहे हैं।
डीजीपी अशोक कुमार भी पुलिस कर्मियों के परिजन से धरना न करने का अनुरोध कर चुके हैं। सीओ सिटी अमित कुमार ने धरना स्थल पर पहुंचकर धरने की वीडियोग्राफी करने समेत कई निर्देश दिए हैं।
रुद्रपुर में विधायक राजकुमार ठुकराल भी धरने को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे। धरने से एक दिन पहले डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कर्मियों के परिजनों को फेसबुक तो एसएसपी डीएस कुंवर ने व्हाट्सएप के जरिये मैसेज भेजकर मनाने की कोशिश की थी।
पुलिस कर्मियों के परिजनों ने एसडीएम को पत्र लिखकर धरने की अनुमति मांगी है। एसएसपी डीएस कुंवर ने कहा है कि उच्चधिकारी इस मामले को लेकर शासन से बात कर रहे हैं।वही हरिद्वार में एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस ने पुलिस कर्मियों के परिजनों से अपील करते हुए कहा कि पुलिस एक अनुशासित बल है। सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना हमारा कर्तव्य है। एसएसपी हरिद्वार ने आखिर क्या अपील किया आप खुद ही सुन ले।