( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। राजधानी दून में शुक्रवार की रातभर भारी बारिश हुई के बाद वहां के लोगो ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें कभी ऐसा मंज़र देखना पड़ेगा। जब लोग सुबह उठे तो सामने तबाही का मंज़र देख खौफ़जदा हो गए, नदी नाले ऊफान पर थे। रायपुर के मालदेवता में बादल फटने से हाहाकार मच गया तो सौंग नदी के ऊफान पर आने से थानो को जोड़ने वाला पुल बह गया। वहीं थानो रायपुर रोड के बीच में पुल टूटने से एक व्यक्ति उफनती नदी में फंस गया। एसडीआरएफ टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर युवक को रेस्क्यू किया गया।एक अन्य पुल बहने से भी स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
देर रात रायपुर स्थित ग्राम सरखेत में बादल फटने से कई घरों में पानी चला गया। अब तक 5 व्यक्तियों के लापता होने की सूचना है और कुछ मवेशी भी लापता हैं। वहीं आपदा में बहे वाहनों का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। CM धामी सहित कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और विधायक उमेश शर्मा काऊ मौके पर हैं।
वहीं एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू करने में जुटी हुई है। बताया गया कि गुरुवार देर रात को भारी बारिश के कारण बादल फटने से कई लोग घरों में फंस गए। एसडीआरएफ की टीम मालदेवता के रास्ते रेस्क्यू करने के लिए निकली, लेकिन वहां मार्ग बाधित होने के कारण टीम पैदल ही मौके पर पहुंचीं।
यहां नदी व कुवा खाला में अत्याधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। टीम ने ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यहां फंसे लोगों को निकाल कर होटलों में रुकवाया गया है।
वहीं कुछ जानवरों के बहने की भी सूचना है। वहीं सौंग नदी के ऊफान पर आने से रायपुर से थानो रोड जाने वाला पुल भी टूट गया है। एसडीआरएफ की टीम द्वारा मालदेवता सरखेत ग्राम से 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
हरिद्वार में गंगा सुबह 6:00 बजे चेतावनी स्तर 293 मीटर से 70 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की ओर से तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ राहत चौकियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है। ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में आरती स्थल तक गंगा नदी का पानी पहुंच गया है। यहां आपदा प्रबंधन दल अलर्ट मोड पर है।
सुरक्षित रहें , स्वस्थ रहें।
Stay Safe , Stay Healthy
COVID मानदंडों का पालन करें जैसे मास्क पहनना, हाथ की स्वच्छता बनाए रखना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना आदि।