( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर ग्रामीण के लूणी क्षेत्र के सालावास गांव के एक स्कूल के प्रिंसिपल और महिला टीचर के संदिग्ध स्थिति में मिलने का मामला सामने आया है। मामला 5 दिन पुराना बताया जा रहा है लेकिन बदनामी के डर से इसे अब तक दबाया रखा गया। अब मामला उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग ने लूणी सीबीईओ को इस पूरे मामले की जांच सौंपी है। घटना के बाद से प्रिसिंपल और महिला टीचर दोनों गायब हैं। घटना की शिकायत स्थानीय विधायक से भी की गई है। ग्रामीण प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रहे हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि जांच के बाद ही इस मामले में कोई एक्शन लिया जायेगा।
जानकारी के अनुसार मामला सालावास गांव के श्री अचलदास बागरेचा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल से जुड़ा है। प्रिंसिपल का उसी क्षेत्र में स्थित मिडिल स्कूल की लेवल-2 की अध्यापिका के साथ मेल मिलाप है। घटनाक्रम के अनुसार प्रिंसिपल ने हाल ही में अपने पीईईओ क्षेत्र के मिडिल स्कूल की इस अध्यापिका को अपने विद्यालय बुलाया था। उसके बाद दोनों स्कूल के पीछे की तरफ एक कमरे में चले गए।
ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा
इसकी भनक ग्रामीणों को मिलने पर वे सभी एकजुट होकर वहां पहुंचे। वहां वे आपत्तिजनक स्थिति में मिले तो ग्रामीणों ने दोनों को लेकर जमकर हंगामा किया। बाद इसकी शिकायत शिक्षा विभाग और लूणी विधायक महेंद्र सिंह बिश्नोई को की। ग्रामीण प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ मामला सामने आने के बाद से महिला टीचर और प्रिंसिपल दोनों गायब हो गये हैं।
प्रिंसिपल ने कहा साजिशपूर्वक फंसाया जा रहा है
सालावास उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल का कहना है कि वह निर्दोष हैं और उन्हें साजिशपूर्वक फंसाया जा रहा है। इसकी वजह उनके द्वारा विद्यालय में किए गए विकास कार्य हैं। उसको लेकर आसपास की प्राइवेट स्कूल संचालकों में रोष है. इसी को लेकर यह षड्यंत्र रचा गया है।
स्कूल के पीछे ही स्थित कमरे में अकेला रहता है प्रिंसिपल
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल स्कूल के पीछे ही स्थित कमरे में अकेला रहता है। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक प्रेमचंद सांखला ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जांच के बाद ही एक्शन लेने की बात कही है। लूनी विधायक ने भी ग्रामीणों से प्रिंसिपल को हटाने का आश्वासन दिया है।