( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाडा परिषद् अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की रहस्यमई मौत मामले से जुडी बड़ी खबर आ रही है। सुनाने में आ रहा है कि महंत नरेन्द्र गिरी की मौत से ठीक एक पहले मठ में कुछ बड़ी रकम आई थी। यह बड़ी रकम हरिद्वार से मठ बाघम्बरी गद्दी लाई गई थी। ये भी पता चला है कि बड़ी रकम लाने वाले शख्स ने महंत से गेस्ट हाउस कक्ष में मुलाकात की थी। मठ में बड़ी रकम लाने वाले के बारे में जानकारी जुटाई जा रही, रकम कितनी थी? इसका पूरा खुलासा नहीं हुआ है, साथ ही जांच टीमें पता कर रही हैं कि ये बड़ी रकम कौन लाया और किस सोर्स से आई? कहीं मठ में आयी बड़ी रकम तो महंत की मौत की वजह नहीं? इन सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल जारी है।
उधर महंत नरेन्द्र गिरी की मौत मामले में आरोपियों से सीबीआई पूछताछ जारी है। सीबीआई कस्टडी में लिए गए तीनों आरोपियों से पुलिस लाइंस के गेस्ट हाउस में पूछताछ कर रही है। कल सीबीआई ने आनंद गिरी से पूछा था कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की खबर हरिद्वार में उन्हें किसने दी?
मठ छोड़ने के बाद आखिरी बार कब महंत नरेंद्र गिरि से बात हुई?
किसके कहने पर हरिद्वार आश्रम में कार्रवाई की गई?
गुरु और शिष्य के बीच किन लोगों ने मध्यस्थता की थी?
हरिद्वार जाने के बाद किन लोगों के संपर्क में थे?
महंत नरेंद्र गिरि को किसके जरिए कथित वीडियो की सूचना मिल रही थी ?
कुछ अन्य सवालों में आस्ट्रेलिया में रिहाई के लिए कितने रुपए खर्च हुए ?
आस्ट्रेलिया से लौटने पर ऐसा क्या हुआ था कि विवाद बढ़ता चला गया? क्या हरिद्वार में भी महंत ने कोई प्रापर्टी बेचने का सौदा किया था?
सूत्रों के मुताबिक तीनों आरोपियों से रात करीब 2:45 बजे तक पूछताछ हुई, इसके बाद आरोपियों को आराम करने के लिए कहा गया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि मुख्य आरोपी आनंद गिरि रात भर नहीं सोए। सीबीआई द्वारा आराम करने की छूट दिए जाने के बाद भी वह बैठे रहे। आनंद गिरि ने सुबह 4 बजे ही उठकर तकरीबन 45 मिनट तक योगा किया। उसके बाद हनुमान चालीसा पढ़ते रहे। सीबीआई आज लगातार दूसरे दिन भी तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी आज तीनों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर क्रास एक्जामिनेशन करेगी। उधर पूछताछ करने के बाद सीबीआई की एक टीम आनंद गिरी को लेकर हरिद्वार देर रात हरिद्वार पहुंची।
हरिद्वार में कल आनंद गिरि के निर्माणाधीन और सील आश्रम में छानबीन करने के बाद वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के जब्त डीवीआर के आधार पर भी पड़ताल हो सकती है। सीबीआई की टीम आज कुछ बाहरी लोगों के बयान भी दर्ज कर सकती है। यह बाहरी लोग वह हो सकते हैं, जिनसे आनंद गिरि की अक्सर लंबी बातचीत होती थी। इसके साथ ही सीबीआई गुरु और शिष्य के बीच लखनऊ में समझौता कराने वाले तीनों लोगों से भी बयान ले सकती है। आनंद गिरि से समझौता कराने वाले लोगों से आमना-सामना करा सकती है। माना जा रहा है कि समझौता कराने वाले 3 लोगों में 2 सफेदपोश और एक पुलिस अफसर शामिल हैं।