( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों का 25 वें दिन भी धरना प्रदर्शन विधान सभा के बाहर जारी रहा। कर्मचारियों के समर्थन में गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व कैबिनेट शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुजाता पॉल धरना स्थल पर पहुंचे।
राष्ट्रीय प्रवक्ता सुजाता पॉल ने कहा कि जनहित में लोगों को नौकरी दी जाती है। इसका मतलब किसी की नौकरी लेना नहीं होता है उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 7 साल की सेवा के उपरांत बिना नोटिस व बिना पक्ष जाने ऐसा निर्णय लेना दुर्भाग्यपूर्ण है|
उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेस वार्ता करके इस अन्याय को पूरे देश के सामने रखेंगे| पॉल ने कहा कि अगर कर्मचारियों की बात नहीं सुनी गई तो कांग्रेस भी कर्मचारियों के साथ आमरण अनशन पर जंतर मंतर पर बैठेगी|
उन्होंने कहा कि जब भर्ती की प्रक्रिया एक है तो 2016 और 2020 और 2021 वालों पर ही क्यों कार्रवाई की गई, न्याय का मापदंड दोहरा नहीं होता है। साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर बर्खास्त कार्मिकों के साथ न्याय नहीं किया गया तो 13 जिलों में एक साथ यात्रा निकाली जाएगी| गणेश गोदियाल ने कहा कि 6 साल के बाद किसी की नौकरी खाना कहां का न्याय है। किसी को नौकरी दे नहीं सकते तो किसी की नौकरी छीनने का किसी को कोई अधिकार नहीं|