( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। साइबर अपराधों से निपटने के लिए जिन सॉफ्टवेयरों की आवश्यकता आने वाले दिनों में पड़ेगी ,उनकी तयारी के मकसद से उत्तराखण्ड पुलिस ‘देवभूमि साइबर हैकैथॉन’ का पहला एडिशन आयोजित करने जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस कदम से आने वाले समय में साइबर से जुड़े अपराधों से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी। नवंबर महीने में शुरू होने वाले इस साइबर हैकैथॉन में आप भी शामिल हो सकते हैं। अगर आपकी प्रतिभा कोडिंग और आईटी में है तो यह आपके लिए भी एक बड़ा मौका हो सकता है क्योंकि इसमें पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
दो चरणों में होगा हैकैथॉन, ऐसे करें पार्टिसिपेट
उत्तराखंड उत्तर भारत में पहला राज्य होगा, जो इतने बड़े स्तर पर पहला साइबर कॉम्पिटिशन करवाएगा। ये कॉम्पिटिशन दो चरणों मे होगा. इसके लिए devbhoomihackathon@gmail.com पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। देश भर से आईटी से जुड़े छात्र छात्राएं इसमें आवेदन कर सकते हैं। इस कॉम्पिटिशन में पुलिस ने वेबसाइट पर साइबर से जुड़ी 12 टेक्निकल प्रॉब्लम्स दी हैं। ये एक तरह से इस हैकैथॉन में भाग लेने के लिए पहली परीक्षा जैसा है। 20 अक्टूबर आवेदन करने वाले नौजवानों को इन प्रॉब्लम्स के जवाब समिट करने होंगे।
देवभूमि हैकैथॉन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं.
इस प्रतियोगिता के पहले चरण में सेलेक्ट हुए छात्र आगे के सेशन्स में बैठ पाएंगे। चुने हुए छात्र 36 घण्टे के नॉन स्टॉप कोडिंग सेशन में बैठेंगे और दी हुई समस्याओं को डिकोड करेंगे। यह आयोजन उत्तराखंड के एक निजी कॉलेज में कराया जाएगा। वहीं, जो छात्र टेक्निकल साइबर प्रॉबलम्स से जुड़ा बेस्ट सॉल्यूशन देंगे, उन्हें पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
देश के अलग अलग राज्यों से आईटी में दक्ष युवा इस हैकैथॉन में भाग ले सकेंगे। यह जानकारी देते हुए डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि छात्रों और युवाओं द्वारा दिए गए नए सॉल्यूशन्स बच्चों के साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस फोर्स के लिए भी लाभदायक साबित होंगे। कुमार ने कहा कि इस प्रतियोगिता के दौरान बनाए गए सॉफ्टवेयर उत्तराखंड का इस्तेमाल पुलिस फोर्स करेगी, जो साइबर क्राइम से निपटने में संजीवनी से कम नहीं होंगे।