( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। संविधान दिवस डॉ भीमराव अंबेडकर भवन बीएचएल हरिद्वार में मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सुमेर चंद रवि पूर्व लोक सेवा आयोग सदस्य उत्तराखंड, अति विशिष्ट अतिथि दिलीप चंद पूर्व सीडीओ एवं विशिष्ट अतिथि शीशपाल सिंह पर्सनल ऑफिसर वन विभाग देहरादून रहे। वक्ताओं ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान का प्रारूप सौंपा गया डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाया गया। संविधान बहुत ही स्वच्छ एवं शोषित देश के विकास के लिए उचित व्यवस्था भारत सरकार को उपक्रम राज्य सरकार के उपक्रम लगाने का प्रावधान रखा गया। जिसमें अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण मिलता है। जिससे उनके परिवार को शिक्षा के उपरांत अपनी मेहनत का रोजगार मिल जाने के कारण उनके परिवार की परवरिश सही तरीके से होती है।
इस को ध्यान में रखकर उद्योग धंधे एवं बैंकों के राष्ट्रीयकरण के लिए प्रावधान के लिए व्यवस्था किया गया। जिससे नौजवान भारत के छात्रों को रोजगार मिल सके और देश की उन्नति में विकास कर सकें। सुमेर चंद रवि ने कहा संविधान में महिलाओं के लिए नौकरी में भी आरक्षण का प्रावधान दिया गया। जिससे घर का परिवार सहित उनके कर सके पूर्व सीडीओ दिलीप चंद आर्य ने कहा समाज को कुरीतियों से बचाने के लिए लड़कियों का पढ़ना भी जरूरी है। जिससे आने वाली पीढ़ी पढ़ाई का काम सही तरीके से किया जा सके शीशपाल सिंह ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का संविधान एक बहुत ही स्वच्छ और विदेशों में भी छवि का लोहा मानने वाला संविधान बनाया। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को विदेशों में विश्व गुरु मानते हैं।
भारत में इसकी मानता को आज के समय में भारत सरकार संविधान को कई अनुच्छेदों के द्वारा समाप्त करने का प्रावधान कर रही है। जिसमें प्रमोशन में आरक्षण समाप्त कर दिया गया है नई भर्ती नहीं की जा रही है। भारत सरकार के उपक्रम जो चल रहे थे, उनको बंद किया जा रहा है। नौकरियां कम होती जा रही है, अशोक कुमार कटारिया एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अपने समापन संबोधन में कहा कि हम बीएचएल के अधिकारी कर्मचारी मिलकर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मिशन को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
जिसमें हम जवाहर नवोदय कस्तूरबा गांधी आश्रम पद्धति स्कूल राजीव गांधी नवोदय एवं मिलिट्री के स्कूलों के भुलिए अभी चौथी पांचवी के बच्चों को फ्री कोचिंग कर आते हैं। जिससे उनका उस ब् में चयन हो जाता है। तो वह छठी से 12वीं क्लास तक फ्री पढ़ते हैं और उनका खाना पीना रहने की व्यवस्था सब फ्री होती है। सरकार की ओर से आईटीआई पोस्ट ग्रेजुएट ग्रेजुएट बच्चों को भी हम फ्री कोचिंग देते हैं। जोकि यहां से35 बच्चों का चयन सरकारी उद्योग धंधे बैंकों एवं रेलवे में हो गया है। सीपी सिंह ने कहा शिक्षित बनो संगठित रहो संघर्ष करो का नारा तो सभी देते हैं लेकिन बीएचईएल में अनुसूचित जाति वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा चलाया जा रहा शिक्षा का कार्य बहुत ही सराहनीय किया जाता है। शिक्षा एक ऐसी चीज है उदाहरण के तौर पर शेरनी का दूध जो पिएगा। वह दहाड़ेगा जरूर अगर सही तरीके से बच्चा मेहनत लगन से पढ़ाई करता है तो वह उच्च शिक्षा करके समाज का नाम रोशन करता है और यही सबसे उत्तम विचार डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का हम धरातल पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से इसका पालन करते हैं।
अंबेडकर भवन के सचिव कुलदीप कुमार ने कहा कि बच्चों का अनुशासित एवं साहस के लिए हम बीच में व्यायाम एवं संस्कृति के प्रोग्राम भी कराते हैं। एसोसिएशन के महामंत्री मनजीत सिंह ने कहा कि हमारे साथियों कर्मचारियों एवं अधिकारियों का बहुत सहयोग मिलता है। डॉक्टर अंबेडकर भवन में गरीब परिवार के बच्चों को ही शिक्षा का प्रवेश दिया जाता है। जांच परख कर इसमें चाहे किसी भी जाति का या धर्म का बच्चा क्यों ना हो। अंबेडकर भवन में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पंचशील जलाकर बुद्ध वंदना के साथ संविधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से उपस्थित बी एम बी एच एल आर यू प्रसाद, पूर्व AGM आर एल व्यास, पूर्व एसोसिएशन अध्यक्ष धनीराम निडर, पूर्व इंजीनियर बीएचएल जगपाल सिंह, जयपाल सिंह , पवन कुमार ,कोषाध्यक्ष सोमपाल सिंह, शेखर कुमार कृष्ण, कुमार करण पाल सिंह ,मोकम सिंह, दीपक कुमार, सुनील कुमार, मेहर सिंह सहित संचालन अमित कुमार राम ने किया एवं अध्यक्षता अशोक कुमार कटारिया एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की। जिसमें आरके बंधु ने अपने विचारों में रखा कि बच्चों को अनुशासन की शिक्षा भी दी जाती है और आगे बढ़ने के लिए एक दूसरों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर हम टेस्ट भी लेते रहते हैं। समर सिंह धाकड़, सतपाल शास्त्री ,सुखपाल सिंह, पहल सिंह, सचिन कुमार, धावडे नितिन ,बड़े अजय कुमार,मनोज कुमार आदि उपस्थित रहे।