( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। अरविन्द केजीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने मोदी सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ पर गंभीर आरोप लगते हुए शुक्रवार को पत्र जारी करते हुए कहा की प्रिसिंपल सेक्रेटरी हेल्थ ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा टेस्टिंग बढ़ाये जाने के आदेश के बाद MHA से इसकी परमिशन ली जो कि ग़लत है। सीएम के आदेश को लागू करने के लिये MHA से परमिशन लेने के ज़रूरत नहीं थी सत्येन्द्र जैन ने कहा कि इससे साफ़ पता चलता है कि कैसे टेस्टिंग बढ़ाने के आदेश को रोकने की कोशिश की गई। उन्होंनें आरोप लगाया कि होम मिनिस्ट्री की तरफ़ से ऑफ़िसर को दबाव डाला गया कि इस टेस्टिंग को ना किया जाए। हमारे यहां से होम मिनिस्टरी से लिखित में परमिशन मांगी गई कि टेस्टिंग बढ़ानी है कि नहीं और बढ़ानी है तो कितनी बढ़ानी है दिल्ली के अंदर अगर टेस्टिंग बढ़ाई जा रही तो इस पर उनको आपत्ति नहीं होनी चाहिये। मुझे ख़ुशी है कि कल मेरे पत्र लिखने के बाद उन्होंने क्लियर कर दिया, अब उम्मीद है कि टेस्टिंग बढ़ा दी जायेगी।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा सवाल ही नहीं उठता, जब मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिया तो उसकी अप्रूवल MHA से ली जाय। ये किसी भी तरह से उचित नहीं है। कुल मिलाकर ऐसा लगता था कि दिल्ली में टेस्टिंग को ना बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 3 दिन पहले मीटिंग की थी जिसमें टेस्टिंग डबल करने की बात कही थी। जैन ने कहा कि अभी तक दिल्ली में कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए हमारी ये नीति रही है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करके मरीजों को चिन्हित करके आइसोलेट किया जाए। इसी नीति के तहत मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि अभी दिल्ली में जो प्रतिदिन 20,000 टेस्ट हो रहे हैं, उनको डबल करके 1 हफ्ते के अंदर 40000 टेस्ट किए जाएं।