( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली / हरिद्वार। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया ने एनएमसीजी के वरिष्ठ अधिकारियों जिसमे भारत सरकार के सचिव यू.पी सिंह ,नमामि गंगे के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा के संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये भारत वर्ष के गंगा विचार मंच, नमामि गंगे के प्रतिनिधियों के साथ उनके कार्यों की समीक्षा बैठक कीI इस ऑनलाइन बैठक में सभी का परिचय करवाया गंगा विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक भारत पाठक ने और हरिद्वार की इमैक समिति की प्रशंसा करते हुए समिति द्वारा जनजागरूकता के लिये किये गए नुक्कड़ नाटिका, गंगा स्वच्छता और नगर स्वच्छता में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया की समिति द्वारा इस आपदा के समय जरूरत मंदों को राशन ,भोजन, सेनेटीज़र्स और स्वच्छता के लिये साबुन की उपलब्धता कराई जा रही है।
गंगा विचार मंच के उत्तराखंड प्रदेश के सहसंयोजक आशीष कुमार झा, आदित्य नागर एवं जिलासंयोजक मनोज शुक्ला ने हरिद्वार से एवं उत्तराखंड के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने उत्तरकाशी से इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में भागीदारी करी। केंद्रीय मंत्री ने ऑनलाइन बताया की काफी समय से सभी के साथ बैठक कर बात करने का मन था लेकिन समकालिक कोविड-19 की बंदी की वजह से बैठक सम्भव नहीं हो सकी थी।
सभी पदाधिकारियों ने गंगा विचार मंच द्वारा जीवनदायनी माँ गंगा की निर्मलता एवं अविरलता के लिए किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य, यदा कदा आ रही कठिनाइयों व जिला प्रशासनिक अधिकारियों से अधिक समन्वय की आवश्यकता इत्यादि विषयों की अति महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। मंत्री जी ने कहा की इन विषयों का समुचित सकारात्मक निवारण का प्रयास राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा अविलम्ब किया जाएगा।
पांच राज्योँ के पदाधिकारियों ने बताया की गंगा घाटों की स्वच्छता हेतु अपने-अपने स्थानों पर स्थानीय संस्थाओं के साथ मिल कर प्रयत्न किया जाता है। गंगा नदी में जलीय जीव-जंतुओं के संरक्षण के लिए सभी ने वन्य जीव संस्थान के साथ मिलकर विशेष प्रयत्न किया है। नदी के तटों पर हो रहे कटावों को रोकने के लिए वन विभाग के सहयोग से काम किया है। वृक्षारोपण अभियान, गंगा स्वच्छता पखवाड़ा, गंगा यात्रा, गंगा आमंत्रण जैसे अभियानों में भी लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और अभियान को सफल बनाया है।
इस सफल संवाद में सभी मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की मन्त्रालय द्वारा सरहाना की गई। शेखावत जी ने कहा की इसी संकल्प की निरंतरता को क़ायम रखते हुए सभी अधिकाधिक अपना योगदान देते रहेंगे।
केंद्रीय नमामि गंगे व जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जी ने कहा कि देश वर्तमान में विश्व व्यापी आपदा से गुजर रहा है।। इस महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से समूचा विश्व प्रभावित है। दुनियां आज भारत की ओर टकटकी लगाए बैठा है। आज देशवासी अपने व्यवहार से इस महामारी पर विजय हासिल कर सकते है।
गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए किये गंगा पर किये जा रहे सभी तरह के निर्माण कार्य बंद पड़े हैं। इन प्रयासों को दोबारा कैसे शुरू करें इस पर मंथन देशभर के राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के गंगा विचार मंच के प्रान्त संयोजकों, सह संयोजकों व जिला संयोजकों से गंगा स्वच्छता कार्यक्रम के बारे में बातचीत की।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि शीघ्रता से नमामि गंगे के अधूरे कार्यों को शुरू किया जाएगा।। उन्होंने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त व अविरल बहाने के लिए सभी सहायक नदी नालों को भी स्वच्छ करना होगा। और अविरलता के लिए जनजागरण और जागरूकता जरूरी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के संदेश को याद रखकर कि गंगा इस देश की आस्था के साथ आर्थिकी का मूल आधार है। गंगा विचार मंच के उत्तराखंड के सहसंयोजक आशीष कुमार झा ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन से गंगा का जल आजकल क्रिस्टल क्लियर(स्वस्छ ,निर्मल) हो चुका है और लॉक डाउन खुलने के बाद अगर गंगा के किनारे हर 50 किलोमीटर पर एक पड़ाव बनाया जाए और उसकी जिम्मेदारी एक प्रहरी को दी जाए तो स्वच्छता पर सार्थक परिणाम मिल सकते हैं। स्थानीय जिला गंगा संमिति में और आगामी कुम्भ मेले में गंगा विचार मंच की सक्रिय भूमिका एक महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकता है।