( मनोज ठाकुर )
हरिद्वार / देहरादून। उत्तरखंड के बिभिन्न संस्कृत विद्यालयों मे प्रबंधकीय व्यवस्था के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल संस्कृत शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत से मिला जो सरकार द्वारा पूर्व मे प्रबंधकीय शिक्षकों को दिये गए मानदेय स्वीकृति की प्रक्रिया मे मानदेय से छूट गए थे l गौरतलब है कि पूर्व मे भाजपा सरकार द्वारा बिभिन्न संस्कृत विद्यालयों मे प्रबंधकीय व्यवस्था के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों को मानदेय की स्वीकृति दी गयी थी लेकिन उस समय केवल 155 प्रबंधकीय शिक्षकों को ही मानदेय प्रदान किया गया जिनमे से लगभग 126 शिक्षक उक्त मानदेय से छूट गए थे। इसलिए जो 126 शिक्षक मानदेय से छूट गए थे उन्हे मानदेय देने का निर्णय व अनुमोदन चुनाव से पूर्व ही जनवरी मे मुख्यमंत्री धामी सरकार द्वारा किया गया था।
इसी प्रकरण मे आज मानदेय से वंचित उक्त 126 शिक्षकों मे से उनका एक प्रतिनिधिमंडल आज शिक्षा मंत्री से मिला और उन्हे उक्त 126 शिक्षकों को भी अन्य शिक्षकों की भांति मानदेय प्रदान करने हेतु शासनादेश जारी करने हेतु अनुरोध किया गया । शिक्षा मंत्री ने उक्त संस्कृत शिक्षकों की बात गौर से सुनी और उन्हे आश्वासन दिया कि बहुत जल्दी ही मानदेय से छूटे हुये 126 शिक्षकों के मानदेय के संबंध मे शासनादेश जारी किया जाएगा। संस्कृत शिक्षकों के इस प्रतिनिधिमंडल मेँ भगवती बिजल्वाण, कमलेश ध्यानी, राघवेंद्र कुमार, प्रकाश तिवारी, जीवन आर्य, नीरज, नवीन भट्ट, धीरज जोशी शिक्षक थे ।