( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। *श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा एवं श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा की पुलिस/यातायात व्यवस्था
* 05.03.2021 को दो अखाड़ों की पेशवाई शोभायात्रा निकलनी तय हुई है। समय 09.30 बजे
*श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा* की पेशवाई शोभायात्रा पांडे वाला ज्वालापुर से निकल कर श्री पंच दशनाम जुना अखाड़ा की छावनी में प्रवेश करेगी।
*श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा समय: 11.00 बजे एस एम जे एन कॉलेज गोविंदपुरी से प्रारंभ होकर अपनी छावनी में जायेगा। दोनो पेशवाई शोभायात्राओं की पुलिस व्यवस्था इस प्रकार से की गई।
*पेशवाई का रुट श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा
* अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा पांडेवाला ज्वालापुर से गुघाल रोड, इंद्रपुरी तिराहे, नील खुदाना मोहल्ले, पांवधोई चौराहे, घास मंडी, चौक बाजार, पुलिस चौकी रेल, रेलवे तिराहे से दाहिने मुड़कर दुर्गा चौक, शंकर आश्रम तिराहे, पुराना रानीपुर मोड़, ऋषिकुल तिराहा, देवपुरा चौक (अग्रसेन चौक) से शिवमूर्ति तिराहा, बाल्मीकि चौक से होकर श्री जुना अखाड़ा छावनी में प्रवेश करेगा।
*पेशवाई का रूट श्री पंचायती आनंद अखाड़ा*
अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा की पेशवाई शोभायात्रा एस एम जे एन कॉलेज गोविंदपूरी से प्रारंभ होकर शंकर आश्रम, सिंहद्वार, देशरक्षक, दादुबग, कनखल चौक, पहाड़ी बाजार, शंकराचार्य चौक, तुलसी चौक, शिवमूर्ति चौक, वाल्मीकि चौक, ललताराव पुल, भाटिया भवन पर करके श्री निरंजनी अखाड़ा रोड होते हुए अपनी छावनी में प्रवेश करेगा। *श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा पुलिस व्यवस्था*इस शोभायात्रा की सम्पूर्ण प्रभारी श्रीमती कमलेश उपाध्यक्ष पुलिस अधीक्षक नगर हरिद्वार हैं एवं सम्पूर्ण यातायात/डाइवर्जन व्यवस्था के प्रभारी श्री प्रदीप कुमार राय पुलिस अधीक्षक यातायात हरिद्वार हैं। *श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा की पेशवाई शोभायात्रा पुलिस व्यवस्था* को 02 जोन और 03 सेक्टर में बांटा गया है।प्रथम जोन:1. प्रथम सेक्टर पांडे वाला (गुघाल मंदिर से पांडे वाला से घास मंडी तिराहे तक)2. द्वितीय सेक्टर घासमंडी (घासमंडी तिराहे से रानीपुर मोड़ तक)द्वितीय जॉन:3. तृतीय सेक्टर (रानीपुर मोड़ से अखाड़ा छावनी तक)
*श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा पेशवाई शोभायात्रा की पुलिस व्यवस्था*
इस शोभायात्रा के सम्पूर्ण प्रभारी श्री नवनीत भुल्लर पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 होंगे एवं सम्पूर्ण यातायात/डाइवर्जन व्यवस्था के प्रभारी श्री बिजेंद्र दत्त डोभाल पुलिस उपाधीक्षक यातायात हरिद्वार होंगे।
*श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा पेशवाई शोभायात्रा* की पुलिस व्यवस्था को 02 जोन और 04 सेक्टर में बांटा गया है।
प्रथम जोन:1. प्रथम सेक्टर चंद्राचार्य चौक
।2. द्वितीय सेक्टर सिंहद्वार।द्वितीय जॉन
:3. तृतीय सेक्टर कनखल क्षेत्र
4. चतुर्थ सेक्टर शिवमूर्ति चौक
[ ] प्रत्येक झांकी में महामंडलेश्वर एवं मुख्य-मुख्य पदाधिकारियों की सुरक्षा के लिए अलग से ड्यूटी लगाई गई है।
[ ] शोभायात्रा के आगे, पीछे, दाहिने, बाएं से सुरक्षा हेतु पुलिस बल लगाया गया है ताकि जुलूस के बीच मे से कोई वाहन/यातायात न गुजर सके।
[ ] शोभायात्रा के आगे-पीछे थोड़ी दूरी पर एडवांस पार्टी भी तैनात है।
[ ] शोभायात्रा में पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस कर्मियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है।
[ ] एडवांस पार्टियों के साथ घुड़सवार पुलिस बल का दस्ता भी तैनात किया गया है।
[ ] शोभायात्रा के साथ मेटल डिटेक्टर की टीम भी लगाई गई है।
[ ] शोभायात्रा के मार्ग में पड़ने वाले ऊंचे भवनों पर रूफ टॉप ड्यूटी लगाई गई है।
[ ] पूरे मार्ग के दौरान शोभायात्रा की वीडियोग्राफी भी लगातार की जाएगी।
[ ] शोभायात्रा के मार्ग में पड़ने वाले भीड़भाड़ और संवेदनशील स्थानों पर PAC बल की तैनाती की गई है।
[ ] मेला नियंत्रण कक्ष के प्रभारी अधिकारी लगातार शोभायात्रा तथा सेक्टर के प्रभारी अधिकारियों के साथ संपर्क में बने रहेंगे और जहाँ-जहाँ यातायात डाइवर्जन की आवश्यकता होगी तो सूचित करेंगे।
[ ] लोकल इंटेलिजेंस की टीमें भी लगातार शोभायात्रा पर नजर बनाए रखेंगी और किसी भी प्रकार के संदिग्ध व्यक्ति/वस्तु के जानकारी में आने पर सम्बंधित अधिकारी को जानकारी देंगे।
[ ] शोभायात्रा के दौरान आग लगने की घटनाओं से निबटने के लिए अग्निशमन विभाग के द्वारा भीड़भाड़ और संवेदनशील स्थानों पर अग्निशमन कर्मियों को फायर टेंडर और अन्य अग्निशामक उपकरणों के साथ तैनात किया है।
[ ] इसके अलावा शोभायात्रा के आगे व पीछे अग्निशमन कर्मियों को बैक-पैक सेट सहित लगाया गया है। इसके अलावा ड्यूटी में लगे पुलिस/PAC/CPMF बल को निर्देशित किया गया है कि शोभायात्रा में शामिल सभी साधु-संत धार्मिक भावनाओं से ओत-प्रोत हैं है अतः इनके साथ मधुर व्यवहार किया जाए। शोभायात्रा में कोई बहरूपिया साधु शामिल न हो पाए इसके लिए अखाड़ों के शोभायात्रा का आयोजन करने वाले पदाधिकारियों से सभी साधुओं की पहचान करवा ली जाए। शोभायात्रा के आयोजकों से समन्वय स्थापित कर शोभायात्रा को यथासंभव समय से शुरू करवाते हुए समय से छावनी में प्रवेश कराया जाए।