( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन-चार दिन मैदानी स्थानों पर शुष्क मौसम के बीच तापमान में अत्यधिक वृद्धि हो सकती है। हालांकि, पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
तापमान में अत्यधिक वृद्धि की आशंका
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, रविवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा। इसके अलावा उन्होंने अगले तीन से चार दिन मैदानों में तापमान में अत्यधिक वृद्धि की आशंका जताई है।
केदारनाथ धाम में करीब दो घंटे मध्यम बारिश
वहीं रविवार राजधानी देहरादून सहित राज्यभर में मौसम साफ बना रहा। प्रदेश में शनिवार को मैदानी इलाकों में मौसम की बेरुखी जारी रही। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर समेत आसपास के इलाकों में दिनभर मौसम शुष्क बना रहा और उमस ने बेहाल कर रखा है । पर्वतीय जिलों में दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और ज्यादातर स्थानों पर बादलों ने डेरा डाल लिया। केदारनाथ धाम में करीब दो घंटे मध्यम बारिश हुई।
तराई में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई
इसके अलावा बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड साहिब समेत आसपास के क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हुई। जिससे ऊंचाई वाले स्थानों पर ठिठुरन बढ़ गई और निचले इलाकों में मौसम सुहावना हो गया। नैनीताल शहर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ के सीमांत इलाकों में बारिश के साथ कहीं-कहीं ओलावृष्टि हुई है। तराई में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई है।
गर्मी प्रकोप से बचने को जारी की एडवाइजरी
प्रदेश में इस समय मैदानी क्षेत्र लगातार गर्मी से झुलस रहे हैं। आने वाले समय में गर्मी और बढऩे की आशंका है। इसके देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आमजन और अस्पतालों के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने और आम जन को गर्मी से बचाव के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने सभी जिलाधिकारियों को हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी अपने जनपदों में गर्मी व हीट स्ट्रोक से संबंधित बीमारियों से बचाव के लिए भारत सरकारी द्वारा जारी कार्ययोजना का अनुपालन करें। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवा, आइवी फ्ल्यूड, ओआरएस, आइस पैक व अन्य जरुरी उपकरण उपलब्ध कराए जाएं।
मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ को गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षण पहचानने, इनकी निगरानी और प्रबंधन के विषय में प्रशिक्षित किया जाए। अस्पतालों में पेयजल की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गर्मी के लिहाज से अति संवेदनशील क्षेत्रों में कूलर अथवा ठंडा रखने के प्रभावी उपाय व व्यवस्था बनाई जाए। यह भी कहा गया है कि सभी जिलों में विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखा जाए। इसके अलावा गर्मी से राहत देने वाले उपकरणों को व्यवस्थित किया जाए।
आमजन को गर्मी से होने वाली बीमारियों व उनके प्रभाव के विषय में जागरूक किया जाए। बुजुर्ग व बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए। एकाकी बुजुर्गों के विषय में प्रतिदिन जानकारी प्राप्त की जाए। एडवाइजरी में आम जन को दोपहर 12 से शाम तीन बजे तक धूप में न निकलने की सलाह दी गई है। इसके अलावा कार्य क्षेत्र व कार्मिकों को गर्मी से सुरक्षा के लिए भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।