( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में मौसम का हाल अगले पांच दिनों तक किसी भी प्रकार की बदलाव की असंका या फिर उम्मीद नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया है। जिसके चलते प्रदेश में मौसम शुष्क है। ऐसे में तापमान सामान्य बना रहेगा। दीपावली के बाद से सुबह-शाम ठंड में इजाफा हो सकता है।
सूखी ठंड से बचने को लोग ले रहे अलाव का सहारा
चकराता में मौसम का मिजाज बदलते ही ठंड बढ़ गई है। चकराता क्षेत्र में आजकल सुबह-शाम जबरदस्त ठंड है। जिसके चलते खांसी-जुखाम के मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है। ठंड से बचने को लोग अभी से अलाव का सहारा लेने लगे हैं।
आलम यह है कि ठंड से बचने के लिए मोटे जैकेट, स्वेटर पहनने के बाद भी ठंड लग रही है। जिस कारण अलाव का सहारा लेने को मजबूर हो गए हैं।
इस बार सूखी ठंड होने से लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका काफी असर पड़ रहा है। आजकल सीएचसी में खांसी-जुखाम आदि बीमारियों के मरीज बढ़ने लगे हैं। लोग अपने घरों में हीटर और अंगेठियों व बाहर बाजार में अलाव का सहारा ले रहे हैं।
सूर्यदेव के छिपते ही ठंड का कहर शुरू
दिन में धूप के कारण ठंड से थोड़ी राहत रहती है, लेकिन सूर्यदेव के छिपते ही ठंड का कहर शुरू हो जाता है। चकराता व आसपास के इलाकों में सुबह शाम कड़ाके की ठंड के चलते दो पहिया वाहन चालक अपने आपको पूरी तरह से मोटे कपड़ों व दस्ताने से ढक लेते हैं।
विक्रम सिंह, वीरेंद्र सिंह, रविंद्र चौहान, खिलू दास, दीवान सिंह आदि बताते हैं कि इस बार सूखी ठंड है जो सीधा असर स्वास्थ्य पर कर रही है। जिससे परिवार के सदस्यों को खांसी-जुखाम बीमारियां घेर रही है।
विशेषकर इस मौसमों में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। ठंड को देखते हुए यह लग रहा है कि इस वर्ष बर्फबारी भी जल्द हो सकती है।