( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) प्रदेश के 50 कुख्यात बदमाशों की हर समय निगरानी करेगी। इस दौरान जेल के अंदर और बाहर उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने इस संबंध में एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल को आदेश दिए हैं। डीजीपी एसटीएफ मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने साइबर तकनीकों का प्रशिक्षण ले रहे पुलिस कार्मिकों को प्रशस्तिपत्र वितरित किए।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस बल को नई-नई साइबर तकनीकों एवं साइबर अपराधों से बचाव के लिए आधुनिक तरीकों से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
चार चरणों में साइबर प्रदान किया प्रशिक्षण
एसटीएफ देहरादून में 100 से अधिक पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को चार चरणों में साइबर प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसमें उन्हें नये-नये साइबर तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें कांस्टेबल से लेकर सीओ शामिल रहे।
डीजीपी ने कहा कि पहले काम न करने वाले पुलिस जवानों को साइबर सैल में भेजा जाता था, जबकि यह अहम विभाग है, यहां पर प्रशिक्षित जवान की ही ड्यूटी लगाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में प्रत्येक माह जनपद स्तर व राज्य स्तर पर साइबर अपराधों पर विशिष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मी को जनपद और राज्य का ‘साइबर कमांडो आफ द मंथ’ पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेशन, पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ सेंथिल अबूदाई कृष्णराज एस, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल मौजूद रहे।