* राज्य स्थापना दिवस पर मिल सकता है जनता को तोहफा ,नीलकंठ कावंड यात्रा और पर्यटकों को मिलेगी सुविधा।
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
ऋषिकेश। लक्ष्मण झूला बंद होने के बाद पौड़ी और टिहरी निवासियों साथ ही पर्यटकों को भी जानकी सेतु के तैयार होने का बेसब्री से था। जोकि टिहरी और पौड़ी जिले को आपस में जोड़ता है। जिससे नीलकंठ यात्रा और यमकेश्वर, दुगड्डा जाने वाले लोगों को सीधा लाभ मिलता है। हालांकि यह 3 लेन पुल पैदल आने-जाने वालों और दोपहिया के लिए ही है।
मोटर वाहनों के लिए बैराज और गरुड़ चट्टी का पुल प्रयोग में लाया जाएगा। जानकी सेतु अब बनकर तैयार है, बस इंतज़ार है इसके लोकार्पण का। सम्भवतः राज्य स्थापना दिवस पर डोबरा चांटी पुल के साथ ही इसका भी लोकार्पण किया जा सकता है।
स्थानीय निवासीयो का कहना है कि सालों से इस पुल के इंतजार में स्वर्गाश्रम क्षेत्र और यमकेश्वर क्षेत्र के लोग बैठे हुए थे। यह पुल कई मायनों में इस क्षेत्र के लिए व्यापार, शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं को नज़दीक लाएगा। इस पुल से कम समय में ऋषिकेश पहुंचा जा सकता है और चिकित्सा, शिक्षा और व्यापार की गतिविधियों को समय से पूरा किया जा सकता है।
स्वर्ग आश्रम नगर पालिका अध्यक्ष माधव अग्रवाल का कहना है कि व्यापारियों के लिए काफ़ी लाभदायक है, साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्र के जो बच्चे ऋषिकेश पढ़ने के लिए जाते हैं उनके लिए भी घंटों का सफ़र मिनटों में हो जाएगा। हालांकि सस्पेंशन ब्रिज के रूप में थ्री लेन का यह पुल अगर लाइट व्हीकल के लिए शुरु किया जाता तो इसका बड़ा फायदा पूरे यमकेश्वर क्षेत्र को होता। अब यह सावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा में कारगर सिद्ध होगा।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि इस पुल को बनाने के लिए उनको राजनीतिक नुक़सान भी झेलने पड़े हैं। कांग्रेस में रहते पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा इस पुल को लंबे समय तक लटकाया गया। अब कुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए यह पुल सौगात लेकर आ रहा है। जिससे देश भर के तीर्थयात्री पूर्णानंद पार्किंग में गाड़ी खड़ी करके 5 मिनट के अंदर स्वर्ग आश्रम पहुंच सकेंगे।