( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में नए मंत्रिमण्डल का विस्तार एक – दो दिन होगा। तब तक निवर्तमान मंत्रियो और दायित्वधारियों की नींद उडी रहेगी। क्योकि संभवतः उत्तराखण्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी मुख्यमंत्री ने अकेले ही शपथ ली है। अमूमन ऐसा होता आया है कि मुख्यमंत्री के साथ उनकी कैबिनेट के कुछ सदस्य भी शपथ लेते आये है। लेकिन उत्तराखण्ड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को मन्त्रियों के नामो पर चर्चा का वक्त ही नहीं मिला।
राजनितिक पंडितो का मानना है कि राज्य के मुख्यमंत्री संभावित मंत्रियो की सूची बनाकर दिल्ली जायेंगे और हाईकमान से मंत्रणा के बाद उनके लिए अलग से शपथ ग्रहण समरोह आयोजित करा शपथ दिलाई जाएगी। यहाँ यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पिछले कई दिनों से खाली पड़े पदों पर आँखे गढ़ाए बैठे भाजपा नेताओ के आलावा अब निवर्तमान मंत्रियों और दायित्वधारियों की धड़कने भी जरूर बढ़ गई होंगी। राजनैतिक गलियारे और सूत्रों से मिल रही खबरों के अनुसार अब संभवतः त्रिवेंद्र सरकार कैबिनेट के कई मंत्रियो की छुट्टी भी हो सकती है। वही इसके आलावा दायित्वधारी भी दुबारा बनाये जायेंगे। क्योकि तीरथ सिंह अब अपने आधार पर दायित्वधारी बनाएंगे। इसलिए समूची उत्तराखण्ड भाजपा की नींद इस वक्त उड़ी हुई है। क्योकि जबतक मंत्रियो और दायित्वधारियों के नामो का एलान नहीं हो जाता तबतक सभी नींद उड़ी रहेगी।