* उत्तराखण्ड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ससुराल मेरठ में है। उनकी सास सुषमा त्यागी उनके मुख्यमंत्री बनाने पर फुले नहीं समां रही है। इस मौके पर उनकी सास सुषमा त्यागी ने हमारे संवाददाता से उनकी शादी की कुछ रोचक पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि तीरथ सिंह रावत और उनकी बेटी रश्मि की शादी कैसे हुई और कैसे तीरथ ने उनकी पुत्री को पसंद किया।
( सुनील तनेजा )
मेरठ। उत्तराखण्ड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का उत्तर – प्रदेश के मेरठ से बहुत ही खास रिश्ता है। जी हाँ ,बहुत ही कम लोगो को पता है उनकी ससुराल मेरठ के कैलाशपुरी में है। वैसे तो उनके ससुराल के लोग मूल रूप से मेरठ के खरखौदा के रहने वाले है। जोकि स्वत्रंतासेनानी के परिवार से है।
जैसे ही उनकी सास सुषमा त्यागी को अपने दामाद के मुख्यमंत्री बनने का समाचार मिला ,उनके ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा और वह झूम उठी साथ ही यादो के झरोखो से पुरानी यादो में खो गई। तीरथ सिंह रावत की सास सुषमा त्यागी ने बताया कि उनकी बेटी रश्मि भी छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रही हैं। 1996 में एक कार्यक्रम के दौरान रश्मि मंच से भाषण दे रही थीं। उस समय स्टेज पर तीरथ सिंह रावत भी मौजूद थे। तीरथ सिंह रावत ने मंच पर भाषण देते हुए रश्मि को सुना तो कुछ ही दिन बाद फिर घर पर रिश्ता आ गया। उन्होंने बताया कि रिश्ते के वक्त उनका परिवार थोड़ा हिचकिचाया कि तीरथ राजनीति में हैं। लेकिन बाद में परिवार ने हामी भर दी। 1999 में तीऱथ और रश्मि की शादी हो गई।
तीरथ की सास ने बताया कि जिस समय दोनों की शादी हुई उस वक्त रश्मि पीएचडी कर रही थीं। इतना ही नहीं वह रश्मि मिस मेरठ भी रह चुकी हैं, और उस दौर में जब रश्मि मिस मेरठ बनी थीं, तब वो रश्मि के चेहरे को कवर करके अपने साथ ले जाया करती थीं। सुषमा त्यागी का कहना है कि एक ज़माने में तीरथ पार्टी कार्यालय और संघ कार्यालय में कभी – कभी झाड़ू भी लगा दिया करते थे। आज उनकी सादगी ने उन्हें उत्तराखण्ड का सीएम बना दिया।
उन्होंने बताया कि तीरथ और रश्मि की एक बेटी है। उनके कार्य के प्रति समर्पण को लेकर उन्होंने बताया कि अगर तीऱथ की बेटी जिया भी किसी कार्य के लिए अपने पापा से कहती है, तो उस काम में भी देरी हो सकती है लेकिन देश और पार्टी का कार्य सर्वोपरि होता है।
जैसे ही तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने की ख़बर सास सुषमा त्यागी को मिली तो फौरन उनके घर पर ढोल नगाड़ा बजने लगे,और मिठाईयों का दौर शुरू हो गया।
पड़ोसी भी आकर सुषमा त्यागी के चरण स्पर्श कर बधाई देने लगे। उन्होंने बताया कि जब ये सूचना आई तो वो अवाक रह गईं। उन्होंने बताया कि जब इस बात की सुचना उनको मिली उनकी आँखों से ख़ुशी के आंसू निकल पड़े। इसकी सुचना उनको उनके बड़े बेटे ने फोन पर दी। उन्होंने मंत्रोच्चारण करके अपने दामाद को शुभकामनाएं दीं।