( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
टिहरी। आज़ादी की 75 वर्षगांठ पर टिहरी में जिले के प्रभारी मंत्री हरक सिंह रावत ने पीआईसी मैदान में आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम में आधे-अधूरे राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दे दी। सही तरीके से तिरंगा झंडा न फहराए जाने की तरफ जब लोगों का ध्यान गया, तब आनन-फानन में वहां मौजूद सरकारी अधिकारियों ने झंडे को उतारा, तब जाकर ध्वजारोहण हो सका। बाद में इस बाबत जब मीडिया ने मंत्री से इस बात को लेकर सवाल किया, तो पहले उन्होंने टालने की कोशिश की, बाद में इसे कर्मचारियों की गलती बताकर पल्ला झाड़ लिया।
इससे पहले सुबह करीब साढ़े 10 बजे प्रदेश के मंत्री हरक सिंह रावत टिहरी पहुंचे। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय नई टिहरी में पीआईसी मैदान में ध्वजारोहण कार्यक्रम था। मंत्री जब ध्वजारोहण के लिए पहुंचे, उस समय वहां टिहरी विधायक धन सिंह नेगी समेत डीएम-एसपी व प्रशासन का पूरा अमला मौजूद था। तय समयानुसार मंत्री रावत ने ध्वजारोहण किया, लेकिन तिरंगा झंडा पूरी तरह से फहराया नहीं जा सका।
मंत्री समेत तमाम लोगों ने इस गलती की तरफ ध्यान नहीं दिया और आधू-अधूरे फहराए गए झंडे को ही सलामी दे दी गई। सलामी के बाद जब राष्ट्रध्वज झुका ही रहा तब लोगों की नजर गई। इसके बाद आनन फानन में नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज को फिर से नीचे उतारा और इसे ठीक से फहराया गया।
प्रभारी मंत्री हरक सिंह रावत ने इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की वजह से इस साल स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम बड़े स्तर पर नहीं हो पाया, लेकिन हम सभी उन शहीदों को नमन करते है और शहीदों के परिजनों को उनके घर पर जाकर सम्मानित करेंगे। इसी बीच मीडिया ने जब मंत्री हरक सिंह रावत का ध्यान आधे अधूरे ध्वजारोहण की तरफ दिलाया तो पहले वह इस सवाल को टालते रहे लेकिन बाद में कहा कि यह कर्मचारियों की गलती है और गलती किसी से भी हो सकती है। स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर हमें इन छोटी-मोटी गलतियों को इग्नोर करना चाहिए।