( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली / देहरादून। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर BJP और कांग्रेस दोनों ही अपने – अपने प्रत्यासियों को चुनावी मैदान में उतारने की तयारी में जुटी हुई है तो वही कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर अभी मंथन जारी है। कुछ विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर कांग्रेस के भीतर ही सियासत तेज है, इसके चलते सोमवार को भी सूची पर अंतिम मोहर नहीं लगाई जा सकी । प्रत्याशियों की सूची फायनल होने में अभी एक दो दिन का वक्त और लगने के आसार नजर आ रहे हैं। इस बीच हरक सिंह रावत के नाम को लेकर भी कांग्रेस में अभी पेंच फंसा हुआ है। पार्टी हाईकमान ही अब इस पर कोई फैसला ले सकती हैं। वहीं हरीश रावत हरक के शामिल होने को लेकर पहले ही माफी मांगने की शर्त रख चुके हैं।
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड कांग्रेस में उम्मीदवारों के नाम पर चयन के लिए एक दो दिनों में सीईसी की दूसरी बैठक हो सकती है। अभी तक स्क्रीनिंग कमेटी की तीन बैठक हो चुकी हैं। इसमें सभी 70 सीटों पर चर्चा की गई है। इसके बाद भी कांग्रेस के भीतर कुछ सीटों पर उम्मीदवारी को लेकर मंथन जारी है। सूची में देरी होने से विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम को लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।
हरक के नाम पर नहीं हुई कांग्रेस की बैठक में चर्चा
उत्तराखंड कांग्रेस लीडर्स की बैठक में हरक सिंह रावत को लेकर चर्चा नहीं होने की बात भी सामने आ रही है। उनके नाम को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं को आलाकमान के फैसले का इंतजार है। बताया गया है कि राज्य के वरिष्ठ लीडर्स से हरक के मसले पर अभी तक कोई राय नहीं ली गई है।
हरीश रावत रख चुके हैं माफी मांगने की शर्त
पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने हरक सिंह रावत को कांग्रेस सरकार गिराने का दोषी बताया है। इसको लेकर हरीश रावत कह चुके हैं कि यदि हरक सिंह रावत को कांग्रेस में आना है तो वह अपने किए पर पहले माफी मांग लें। इसके बाद ही उनको लेकर विचार किया जा सकता है। गौरतलब है कि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को बीजेपी ने रविवार को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके बाद से ही उनके कांग्रेस में आने की अटकलें लगाई जा रही हैं।