( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
उत्तरकाशी। उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी में सड़क हादसों का पुराण इतिहास रहा है ,पार्नु रविवार को जो हादसा हुआ वह अभी तक का सबसे बड़ा हादसा था। देखा जाय तो हरबर्टपुर-यमुनोत्री हाईवे पर यमुना घाटी में डामटा के पास पिछले 20 सालों में तीसरा सबसे बड़ा हादसा है। इस हादसे ने 26 तीर्थयात्रियों की जिंदगी एक क्षण भर में छीन ली, अधिकांश दुर्घटनाएं चारधाम यात्रा के समय घटित हुई हैं।

सबसे अधिक दुर्घटनाएं गंगोत्री हाईवे पर
इनमें 26 तीर्थयात्रियों की भी मौत हुई है। उत्तरकाशी जनपद में सबसे अधिक दुर्घटनाएं गंगोत्री हाईवे पर हुई हैं। हालांकि हरबर्टपुर-यमुनोत्री हाईवे और धरासू यमुनोत्री हाईवे पर भी बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। वर्ष 2019 में जनपद उत्तरकाशी में कुल 23 सड़क दुर्घटनाएं हुई। इनमें 18 व्यक्तियों की जान गई, जबकि 43 घायल हुए।
2020 में तीन सड़क दुर्घटनाओं में 13 व्यक्तियों की मौत हुई है। वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा। इस साल चारधाम यात्रा के दौरान जनपद उत्तरकाशी में यह तीसरी बड़ी सड़क दुर्घटना है। पहली दो दुर्घटनाओं में पांच तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, जबकि रविवार को हुई दुर्घटना बेहद ही डरावनी रही।

चारधाम यात्रा के दौरान उत्तरकाशी में हुई बड़ी दुर्घटनाएं –
20 सिंतबर 1995 को बस भागीरथी में गिरने से 70 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
9 जुलाई 2006 को नालूपानी के पास बस गिरने से 22 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
3 जुलाई 2008 को नाकुरी के पास बस गिरने से 13 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
21 जुलाई 2008 को सुक्कीटाप के पास बस गिरने से 14 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
4 जुलाई 2009 को भटवाड़ी गंगनानी के बीच में बस भागीरथी में गिरने से 40 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)


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