( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
ऋषिकेष । चंद्रभागा नदी में अवैध खनन रोकने गए वनकर्मियों पर पत्थरों से हमला कर दिया। आरोप है कि हमलावरों ने जान से मारने की धमकी देते हुए हथियार लूटने का भी प्रयास किया। वनकर्मी किसी तरह जान बचाकर भागे और रेंज कार्यालय को घटना से अवगत कराया। मामले में वन बीट अधिकारी ने पुलिस को लिखित शिकायत की है। चंद्रभागा नदी में अवैध खनन की सूचना पाकर वन कर्मी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि नदी में घोड़े खच्चर वाले तीन चार लोग अवैध रूप से रेत भर रहे थे। करीब पहुंचने के बाद उन्हें अवैध खनन करने से रोका तो वह भड़क उठे। आरोप है कि अवैध खनन में लिप्त लोगों ने वनकर्मियों ने पथराव शुरू कर दिया। वनकर्मी सरकारी वाहन की आड़ लेकर छिप गए। वन बीट अधिकारी राज बहादुर ने घटना की सूचना वन दरोगा को दी। इसी बीच हमलावर गाली गलौज करने लगे। आरोप है कि खनन में दखल करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए वन कर्मियों से हथियार छिनने का प्रयास किया। बताया जा रहा कि वन कर्मी और पीआरडी जवान किसी तरह जान बचाकर भागे। रेंज कार्यालय पहुंचने पर वनक्षेत्राधिकारी को घटना की जानकारी। वनक्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि घटना दुस्साहसिक है। हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा। मामले में कोतवाली पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।दो नामजद अन्य अज्ञात वन बीट अधिकारी राज बहादुर ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वन विभाग की टीम में शामिल रामचंद्र सिंह, संजय सिंह, पीआरडी जवान उदय सिंह, अनुराग और चालक संजय पर अवैध खनन कर रहे लोगों ने हमला किया है। उनमें से दो को पहचानते हैं, जबकि अन्य अज्ञात हैं। पुलिस ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।