( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली / हरिद्वार । देश की महारत्न कंपनी बी एच ई एल को अपने अफसरों और सुपरवाईजरों के भत्तों मे कटौती का फरमान जारी किया है । इस कटौती के जारी आदेश के आधार पर सुपरवाइजरों से लेकर अधिकारियो तक लगभग 15 हज़ार से लेकर 45 हज़ार तक तक की कटौती होगी। आपको बता दे कि वर्तमान मे B.H.E.L आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। वैसे तो पर्क की इस कटौती की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थी,पर अब इस फरमान से अफसरों और सुपरवाईजरों काफी आक्रोश दिखाई दे रहा है। बात करे सिर्फ हरिद्वार इकाई की तो लगभग 1100 सुपरवाईजर और 1400 अफसरों के वेतन से अगले माह अर्थात अगस्त के सेलरी से कटौती शुरू हो जायेगी। अगले माह वित्तीय वर्ष 2023-24 के महज छह माह शेष रह जाएंगे, ऐसे में पर्क कटौती किसी के गले नहीं उतर रही है। बुधवार को B.H.E.L मुख्यालय द्वारा एक परिपत्र जारी कर 15.5 फीसदी पर्क कटौती करने का कहा गया है। हालांकि अभी भी इसपर जनवरी 2023 से कटौती पर विचार जारी है।लेकिन फिर भी फ़िलहाल अगस्त से यह कटौती शुरू हो गई है। इससे सुपरवाईजरों और अफ़सरों को 15 से 45 हजार माह का प्रतिमाह का नुकसान हो सकता है।सूत्रों कि मानें तो यदि कंपनी आगे बेहतर परफार्मेंस करती है तो आने वाले समय में इन अफसरों को पर्क की सुविधा बहाल की जा सकती है। गौरतलब है कि पर्क और भत्ते का पुनरीक्षण जनवरी 2023 से होना था। दो बार शीर्ष प्रबंधन ने सर्कुलर निकालकर सरकार के दबाव के चलते वापस भी लिया था। जो आज भी रिमाइंड नहीं हुआ। फिलहाल यह सही है कि अगले माह अर्थात अगस्त माह के वेतन से पर्क कटौती की जाएगी। आपको बता दे कि यह कटौती पुरे देश में स्थापित B.H.E.L पर लागु होगी।
उधर ,इस संबंध में फेडरेशन ऑफ़ B.H.E.L एक्सक्यूटिव एशोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आर रिलेनकोवन द्वारा निदेशक ( HR) B.H.E.L नई दिल्ली को पत्र भी लिखा गया है कि इस समय, यह भत्तों में कटौती एक गंभीर आघात के रूप में आती है, खासकर जब संगठन हमारे अटूट समर्पण पर निर्भर करता है। हम भत्तों में कटौती को तत्काल निलंबित करने का विनम्र अनुरोध करते हैं। हम उस पर प्रबंधन के निर्णय पर जोर देते हैं। पत्र के माध्यम विरोध भी दर्ज कराया गया है। जोकि कुछ इस प्रकार से है। पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में,अधिकारी काफी उदास महसूस कर रहे हैं और प्रबंधन के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम सहानुभूति के साथ हमारी भावनाओं को संबोधित करें। यदि नहीं, तो संभावना है कि ये भावनाएँ विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रकट हो सकती हैं। इस संदर्भ में, हम उत्पादक समझौते को बढ़ावा देने के लिए आपकी सुविधानुसार जल्द से जल्द एक बैठक का भी अनुरोध करते हैं। खास बात यह है कि पर्क कटौती के दायरे में बीएचईएल के कर्मचारी नहीं आ रहे। वैसे भी भेल प्रबंधन वर्कर्स के पचड़े में पड़ना ही नहीं चाहता।