( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
हरिद्वार। माघ के महीने में आने वाली मौनी अमावस्या 21 जनवरी को है। हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। शनिवार को मौनी अमावस्या होने से धार्मिक मान्यता के लिहाज से मौनी अमावस्या का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। इस दिन गंगा स्नान, दान और पितरों के श्राद्ध और तर्पण किया जाएगा। शनिवार को हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए भीड़ उमड़ने की संभावना है।
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी ( नारायणी शिला वाले ) के अनुसार धार्मिक मान्यता यह है कि मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से अमृत स्नान के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। पाप नष्ट होते तड़ हैं। इस साल मौनी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ने से जिन जातकों पर शनि की महादशा हो, उनके लिए लाभदायक होगी। अमावस्या 21 जनवरी को सुबह 6:17 बजे से शुरू होगी और 22 जनवरी रविवार तड़के 2:22 बजे समाप्त होगी।इस दिन गंगा स्नान के साथ भगवान शनिदेव से जुड़े उपाय करने से संकट दूर होंगे। अमावस्या पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए कई राज्यों से श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसको देखते हुए पुलिस- प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।ज्योतिषचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि इसी दिन स्नान, दान, तर्पण और पूजा-पाठ जैसे कार्य करने शुभ होंगे। कष्टों से मुक्ति मिलेगी। पितरों के निमित्त श्राद्ध और तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होंगे। धन वैभव की प्राप्ति होगी। पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी। पितरों के निमित्त खीर और टिल वाले लड्डू का भोग लगाएं।इस बार मौनी अमावस्या शनिवार को है। जिसको मंदत अमावस्या, मौनी अमावस्या , योग अमावस्या कहा जाता है। इस बार बहुत उत्तम फल देने वाला योग बन रहा है। उनके लिए बहुत शुभकारी होगा, जिन पर शनि की दशा, ढैया व साढ़े सती चल रही है।