( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
प्रयागराज। अपराध की दुनिया में पिछले 44 साल से राज कर रहे अतीक अहमद की शनिवार रात हत्या कर दी गई। उसके भाई अशरफ की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। उत्तर प्रदेश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार माफिया अतीक अहमद पर 100 से अधिक केस दर्ज थे। उसके भाई अशरफ पर 57 से अधिक केस दर्ज थे। अतीक अहमद 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में आरोपी था। वह इसी साल फरवरी में हुए उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी था।
उत्तर प्रदेश के झांसी में एनकाउंटर में अतीक अहमद के बेटे असद के मारे जाने के बाद अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई। दोनों को मेडिकल के लिए हॉस्पिटल लाया गया था। इसी दौरान तीन हमलावरों ने उसपर हमला कर दिया।
उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू
हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। उत्तर प्रदेश पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सभी जिलों के एसपी को फिल्ड में रहने के आदेश दिए गए हैं। पूरे राज्य में धारा 144 लगा दी गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
ओवैसी ने कहा-खत्म हो गई है यूपी में कानून-व्यवस्था
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यूपी में कानून-व्यवस्था खत्म हो गई है। ओवैसी ने ट्वीट किया, “अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन्हें हथकड़ियां लगी हुई थीं। नारे भी लगाए गए। दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार हैं।”