* हिंदू नव वर्ष व चैत्र नवरात्रि की शुभकामना के साथ उत्तराखंड सरकार से लगाई न्याय की गुहार। * 94 दिन से जारी है बर्खास्त कार्मिकों का धरना प्रदर्शन।
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। बीते वर्ष सितंबर माह में विधानसभा सचिवालय द्वारा एकपक्षीय कार्रवाई कर 228 कार्मिकों को बिना कारण बताए प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध बर्खास्त कर दिया गया था, बर्खास्त कार्मिक न्याय के लिए विधानसभा के बाहर 3 महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं| बुधवार को चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिवस पर बर्खास्त कार्मिकों ने नव दुर्गा की उपासना के लिए 9 दिन का व्रत रखने का संकल्प लिया साथ ही अपनी बहाली के लिए पूजा अर्चना की|
कार्मिकों का कहना है कि अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के दौरान कई कार्मिको का स्वास्थ्य भी बिगड़ा, कई कार्मिकों ने इस तनाव से अपने परिवार में अपनों को खोने का दर्द भी झेला उसके बावजूद अनशन के तीन माह गुजर जाने पर भी बर्खास्त कार्मिकों को न्याय नहीं मिला| इस बीच कार्मिक न्याय के देवता गोलजु, आदिशक्ति मां धारी देवी एवं इष्ट देवो से भी से न्याय की गुहार लगाई है| कहना हैं कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता सभी कार्मिक धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हैं।
कार्मिकों ने आरोप लगाया कि राज्य गठन के बाद सभी नियुक्तियां समान प्रक्रिया के अधीन हुई हैं इसके बाद भी विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 228 कार्मिकों को ही भेदभाव पूर्ण कार्रवाई से बर्खास्त कर विधि की सर्वोच्च संस्था जहां नियम बनते हैं वहां पर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। कार्मिकों का यह भी कहना है कि सभी कार्मिकों को न्यायालय पर अटूट विश्वास है कि उनको न्याय जरूर मिलेगा|
सभी कार्मिकों द्वारा नवरात्रि में 9 दिन का उपवास रखकर मां भगवती से न्याय के लिए गुहार लगाई जाएगी व 9वें दिवस पर रात्रि जागरण कर आदिशक्ति का जागरण किया जाएगा| इस दौरान कौशिक भैंसोंडा, मुकेश पंत, कविता फर्त्याल, सरस्वती कठैत, अक्षत शर्मा, मीनाक्षी शर्मा, सुमित्रा रावत, लक्ष्मी चिराल, दया नगरकोटी, रजनी उप्रेती, पूनम अधिकारी, पुष्पा बिष्ट, तुशांत बिष्ट, कुलदीप सिंह, राहुल पांडे, गोपाल नेगी, कैलाश अधिकारी, रिशु सूर्या भूपेंद्र बिष्ट, गौरव सिंह, कैलाश जोशी, पंकज सिंह आदि समस्त बर्खास्त कार्मिक उपस्थित थे|