( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
तिरुअनंतपुरम। लाइफ मिशन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लाइफ मिशन घोटाला मामले में केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय के पूर्व मुख्य सचिव एम शिवशंकर को गिरफ्तार किया है। ईडी ने पूछताछ के लिए शिवशंकर को सेवानिवृत्ति के दिन बुलाया था। सोमवार और मंगलवार को उनसे पूछताछ की गई। उक्त मामले में यह पहली गिरफ्तारी है।
यह मामला राज्य सरकार की LIFE मिशन परियोजना से संबंधित है। LIFE मिशन योजना के माध्यम से त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी में 140 परिवारों के लिए घर बनाने करार किया गया था। इस योजना कि लिए 18.50 करोड़ रुपये में से 14.50 करोड़ रुपये रेड क्रीसेंट द्वारा संयुक्त अरब अमीरात वाणिज्य दूतावास के माध्यम से दिए गए हैं।
अनुबंध में शेष राशि का उपयोग करके एक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के निर्माण का उल्लेख किया गया है। UNITAC के प्रबंध निदेशक संतोष एपन ने बताया था कि स्वप्ना सुरेश सहित आरोपियों ने प्रोजेक्ट के लिए 4.48 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी। आरोपी स्वप्ना सुरेश और सरिथ पीएस ने आरोप लगाया कि इसमें शिवशंकर का हाथ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डक्कनचेरी लाइफ मिशन मामले में स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से लगभग करीब एक करोड़ रुपये मिले थे। स्वप्ना सुरेश ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था, यह रकम लाइफ मिशन में शिवशंकर को रिश्वत में मिली है। लेकिन तीन दिनों तक लगातार पूछताछ के बावजूद शिवशंकर ने अपराध कबूल नहीं किया। लेकिन बाद में ईडी ने पर्याप्त सबूत मिलने और उनके परस्पर विरोधी बयानों के कारण गिरफ्तारी की।
चौथी बार हुई शिवशंकर की गिरफ्तारी
केंद्रीय एजेंसियों ने शिवशंकर को चौथी बार गिरफ्तार किया है। इससे पहले 28 अक्टूबर 2020 को ईडी ने सोने की तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। एनआईए ने 25 नवंबर को सोने की तस्करी के एक मामले में उन्हें गिरफ्तार किया। 20 जनवरी 2021 को कस्टम ने उसे डॉलर तस्करी मामले में गिरफ्तार भी किया था। शिवशंकर, जिन्हें लगातार 69 दिन जेल में बिताने के बाद रिहा किया गया था। उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया गया था लेकिन बाद में बहाल कर दिया गया।