* भ्रष्टाचार ,अनियमितता के मामले में शासन ने बिठाई जाँच।
* सचिव पंकज पाण्डेय ने जारी किया आदेश।
* जाँच जस्टिस के० डी० शाही करेंगे।
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों से घिरे आर्युवेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सुनील जोशी के खिलाफ शासन ने जाँच बैठा दी है। जाँच जस्टिस के० डी० शाही करेंगे ,जोकि 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे। दरअसल ,हाईकोर्ट ने वर्ष 2021 में विनोद कुमार चौहान ने याचिका दायर कर विवि के कुलपति पद के लिए प्रो० सुनील जोशी की योग्यता पर सवाल उठाये थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए उनका कहना था कि कुलपति के लिए न्यूनतम दस वर्ष बतौर प्रोफेसर का नुभव होना अनिवार्य है। चौहान ने आरोप लगाया था कि प्रो० सुनील जोशी ने पूर्व में प्रोफ़ेसर पद भी गलत जानकारी देकर 2015 में हासिल किया है और 2020 में कुलपति का पद भी गलत सुचना देकर हासिल किया है। याचिका और शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुलपति जोशी की जाँच बैठाई है। उन्होंने जस्टिस के० डी० शाही को जाँच अधिकारी नियुक्त करते हुए 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। जिसका सचिव पंकज पाण्डेय ने पत्र जारी करते हुए पुष्टि की है।
पहले भी हटाए जा चुके है एक कुलपति
आपको बता दे कि 2016 में कुलपति रहे प्रो० एस पी मिश्रा को भी इसी तरह दूसरे कार्यकाल में हटाया गया था। हाईकोर्टब में याचिका दायर कर उन पर गलत जन्मतिथि दिखा दोबारा पद हासिल करने का आरोप लगा था। इतना ही नहीं हाईकोर्ट ने उनके दूसरे कार्यकाल के 40 लाख रूपये के भुगतान की रिकवरी के भी आदेश दिए थे।
एक बार फिर जाएगी आर्युवेद विवि जाँच समिति
आपको बता दे कि 2015 के बाद हुई भर्तियों ,पदोन्नति ,अनियमितताओं की जांच कर रही एस एस वल्दिया की समिति मुख्य सचिव डॉ० एस एस संधू के निर्देशो के तहत एक बार फिर आर्युवेद विवि जाएगी और जाँच करेगी। इससे पहले भी जाँच समिति विवि परिसर हर्रावाला परिसर गई थी परन्तु उस वक्त उन्हें कोई दस्तावेज़ नहीं उपलब्ध कराये गए थे।