( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। कांग्रेस नेता और उत्तराखण्ड के पूर्व CM हरीश रावत ने उत्तराखंड की बीजेपी सरकार पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि आचार संहिता लगने के बाद भी बैक डेट में ट्रांसफर किए जा रहे हैं। उन्होंने इसमें आरएसएस के लोगों के भी शामिल होने का आरोप लगाया है। हरीश रावत के इस आरोप के बाद सियासी पारा गर्म हो गया है। कांग्रेस और बीजेपी इसको लेकर आमने सामने आ गए हैं।
आचार संहिता लागू होने के बाद गंभीर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा- ‘मैं इलेक्शन कमीशन उत्तराखंड के संज्ञान में लाना चाहता हूंँ, ये उत्तराखंड सचिवालय में क्या हो रहा है? आचार संहिता लगने के बाद भी बैक डेट में ट्रांसफर्स हो रहे हैं। प्रवक्ताओं और शिक्षकों के पदों पर बड़ी मात्रा में RSS से जुड़े हुए लोगों के ट्रांसफर्स हुये हैं। ’
हरीश बोले-कांग्रेस कार्यालय तक पहुंचा दें सूचनाएं
कांग्रेस नेता हरीश ने लिखा- ‘चहेतों के ट्रांसफर्स हो रहे हैं। एक विभाग नहीं न जाने और कितने विभागों में ऐसा हो रहा हैं। इसकी सूचना न केवल मीडिया बल्कि कांग्रेस कार्यालय में भी मथुरा दत्त जोशी के पास उन सूचनाओं को पहुंचा दें।’
हरीश रावत के इस आरोप के बाद उत्तराखंड में बीजेपी सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस सीधे निशाने पर ले रही है. कांग्रेस ने इसको लेकर चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना कानूनी रूप से गलत है और इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। बैक डेट में सरकार की तरफ से लगातार कई विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग चल रही है।