( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
प्रयागराज । अखिल भारतीय अखाडा परिषद अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत नरेंद्र गिरी के निधन के बाद कई संत उनकी मौत के कारण पर सवाल उठा रहे है ,साथ ही उनके अतीत सुसाइट नोट की सच्चाई को भी सवालों के घेरे खड़ा कर दिया है। वहीं आईजी केपी सिंह के अनुसार महंत गिरि का शव उनके शिष्यों ने छत से लटका पाया था। उस जगह से 7 से 8 पन्नों का एक कथित सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें लिखा गया था कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं और अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि उन्होंने लिखा था कि वह अपने एक शिष्य से परेशान थे।
पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है लेकिन पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इस बीच, कई संत और धार्मिक निकाय मृत्यु के कारण पर सवाल उठाते हुए सामने आए और महंत की मृत्यु से संबंधित अपना पक्ष रखा।
महंत नरेंद्र गिरि की मौत को उनके शिष्य आनंद गिरि के साथ कथित विवाद से जोड़ा जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में आनंद गिरि को हिरासत में लिया है, जिसका नाम भी महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में दर्ज किया था। सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
हालांकि, अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव जितेंद्रानंद सरस्वती ने सुसाइड नोट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया है और कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि शायद ही हस्ताक्षर कर सकते थे तो वह इतना लंबा सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘सरकार हर तरह की जांच के लिए तैयार है। अगर जरूरत पड़ी तो हम सीबीआई जांच के लिए भी तैयार हैं। सरकार अखाड़ा परिषद की मांगों से पीछे नहीं हटेगी, चाहे कुछ भी हो। ‘महंत नरेंद्र गिरि की मौत की सीबीआई जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पुलिस को महंत गिरि की कॉल डिटेल के जरिए मौत से जुड़े कुछ सबूत मिले हैं।
पुलिस महंत नरेंद्र गिरि की मौत से 5-6 घंटे पहले की गई कॉल डिटेल की जांच कर रही है और संपर्क विवरण के आधार पर संदिग्धों से और पूछताछ करेगी।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस को मौत से जुड़ा एक वीडियो भी मिला है और मामले में आगे की जांच की जा रही है।
आईजी ने कहा कि पुलिस के पास मठ से शाम 5.30 बजे फोन आया था कि महंत नरेंद्र गिरि ने फांसी लगा ली है और कहा कि उनका शव उस गेस्ट हाउस में मिला था जहां वह दिन में रहते थे।