( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
चमोली। उत्तराखण्ड में इन दिनों कड़ाके की ठण्ड और बर्फ के बावजूद पर्यटक कई स्थानों पर पहुंच रहे हैं और प्रकृति के इस सौंदर्य का आनंद ले रहे हैं। हालांकि स्थानीय लोगों को कुछ समस्याएं ज़रूर हो रही हैं, ट्रैफिक कई जगह फंस गया है। पौड़ी में एक नेशनल हाईवे को खोलने का काम चल रहा है, तो निचले इलाकों में बारिश का दौर जारी होने से कुछ मुश्किलें बनी हैं।
तस्वीरों में देखिए उत्तराखंड के मौसम के तेवर क्या कह रहे हैं। तीन दिनों तक पहाड़ों में लगातार हुई बारिश व बर्फबारी के बाद आज मंगलवार को मौसम खुल ज़रूर गया , लेकिन बीते दो दिनों में गिरी बर्फ से ऊंचाई वाले इलाकों के साथ ही हिल स्टेशनों पर भारी मात्रा में बर्फ जमी हुई है। वहीं, गैरसैंण स्थित विधानसभा भवन भी सफेद चादर से ढंका दिख रहा है। पहाड़ों में भारी बर्फबारी से कई जगह यातायात ठप है, तो कुछ जगहों पर सैलानी मौसम का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।
चमोली के गैरसैंण के भरारीसैंण में उत्तराखंड का विधानसभा भवन बर्फबारी के बाद खूबसूरत नज़र आ रहा है। तस्वीरें बता रही हैं कि विधानसभा परिसर के साथ ही भरारीसैंण व आसपास के इलाकों में भारी मात्रा में बर्फ जमी है। विधानसभा के मुख्य गेट से लगभग दो किलोमीटर के दायरे में बर्फ कालीन की तरह बिछी हुई है। वहीं, बागेश्वर ज़िले में उच्च हिमालयी इलाक़ों में खूब बर्फ़बारी हुई।
कपकोट तहसील के ऊंचाई वाले गांवों में फिर जमकर बर्फबारी हुई। कपकोट तहसील के पिंडर घाटी और बिचला दानपुर के गांव बर्फ से लकदक हो गए। हिमालयी क्षेत्रों के निकटवर्ती वाछम, कुंवारी, खाती, झूनी, खलझूनी, गोगिना, रातिरकेटी, बदियाकोट, किलपारा आदि क्षेत्रों में जमकर बर्फ गिरने से पर्यटकों की तो बल्ले बल्ले हुई। लेकिन…
यहां ग्रामीण इलाकों को जाने वाली कई सड़कों पर 3 से 4 इंच बर्फ पड़ने के कारण यातायात प्रभावित हो गया। बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। इसके बावजूद यहां पर्यटक और स्थानीय लोग बर्फबारी का आनंद लेते हुए भी नज़र आ रहे हैं। वहीं, पौड़ी में एक नेशनल हाईवे ठप हो गया है।
मंडल मुख्यालय समेत लेन्सडौन को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 534 भारी भूस्खलन के चलते एक बार फिर बंद हो गया। दुगड्डा के आमसौड़ के पास सड़क ढह गई, जिससे पौड़ी का कोटद्वार से संपर्क कट गया। वहीं, दोनों ओर वाहनों की लंबी लंबी कतार देखने को मिल रही हैं। कई घंटों से रास्ते मे फंसे यात्री पहाड़ों से पैदल यात्रा कर आगे जाने को मजबूर दिखे। NH प्रशासन की ओर से जेसीबी लगाकर सड़क खोलने का काम जारी है।
यह तालाब नहीं है… नई टिहरी शहर में पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है, जिसके चलते शहर में तापमान तो गिरा ही है, कुछ समस्याएं भी खड़ी हो गई हैं। नई टिहरी शहर में मात्र एक स्टेडियम है, जिसकी सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी है । करोड़ों रुपये से बना स्टेडियम ठंड की बारिश से तालाब बन चुका है। नगर पालिका और पुनर्वास विभाग इस पर बात करने को तैयार नहीं है।