( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
हरिद्वार। हरिद्वार में इन दिनो महाकुम्भ की धूम है। सरकार ने भी 01 अप्रैल 30 अप्रैल तक का सरकारी नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। जबकि संतों ने महाशिव रात्रि के दिन ही शाही स्नान कर कुम्भ का आगाज कर चुके है। कुम्भ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु इन दिनों हरिद्वार में महाकुंभ स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। वैसे तो कुंभ के महीनों में कभी भी आप पतित पावनी मां गंगा में डुबकी लगा पुण्य की भागीदारी बन सकते हैं। लेकिन कुछ तिथियां इतनी खास होती हैं कि जिन पर स्नान करने का अपना ही विशेष महत्व होता है। इसलिए News 1 Hindustan आपको वो तिथियां बताने जा रहा है जिस दिन स्नान से आपको कई जन्मों का पुण्य हासिल हो जाएगा। खास बात ये है कि इन तिथियों का 12 वर्षों तक हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों को इंतजार रहता है। अप्रैल मास में ऐसे पांच स्नान हैं जिन्हें विशेष स्नान का दर्जा हासिल है। मेले की तैयारियों में लगे उप मेला अधिकारी हरबीर सिंह के मुताबिक, विशेष स्नान की पांच तारीखें तय हैं। जिनमें से तीन शाही स्नान हैं, इनकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए इन स्नानों को कराया जाएगा।
सरकार ने जारी एसओपी की –
हालांकि हिंदू धर्मशास्त्रों के मुताबिक, हरिद्वार में महाकुंभ जनवरी महीने में ही शुरु हो चुके हैं। करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर घर लौट चुके हैं। लेकिन सरकार ने 1 से 30 अप्रैल तक कुंभ का ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
अप्रैल में है चैत्र-सोमवती अमावस्या शाही स्नान:
हरिद्वार महाकुंभ का पहला शाही स्नान 11 मार्च को महाशिव रात्रि के दिन हो चुका है। लेकिन दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल 2021 को चैत्र अमावस्या और सोमवती अमावस्या के दिन होगा। मान्यता है कि अमावास्या के दिन स्नान और दान करने से बड़ा पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन पितरों का तर्पण-पिंडदान भी किया जाता है।
साधु-संत गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाएंगे
13 अप्रैलको नव सम्वत्सर स्नान होगा। इस दिन को महाकुंभ के विशेष स्नान की मान्यता है। इसी तरह 14 अप्रैल मेष संक्रांति पर शाही स्नान होगा। मेष संक्राति पर होने वाले इस स्नान का विशेष महत्व है। 14 अप्रैल को होने वाले इस तीसरे शाही स्नान पर श्रद्धालु उमड़ पड़ते हैं। इस दिन देश-दुनिया से आए साधु-संत गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाएंगे।
इस दिन को अमृत योग का दिन माना जाता है
21 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर महाकुंभ का बड़ा स्नान होगा। इस दिन भी लाखों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाएंगे। रामनवमी के दिन नदियों का जल ग्रहों की चाल के मुताबिक बेहद पवित्र हो जाता है। वहीं, 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान है। 27 अप्रैल 2021 को हरिद्वार महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान होगा। इस दिन पड़ने वाली चैत्र पूर्णिमा के मौके पर करोड़ों श्रद्धालु मां गंगा में डुबकी लगाएंगे। इस दिन को अमृत योग का दिन भी माना जाता है।