( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए अब ट्रैफिक वालिंटियर्स चौराहों पर नज़र आएंगे। यह वालिंटियर्स कोई ब्लॉग लिखेगा तो कोई शार्ट फिल्म बनाएगा पर इसके लिए उनको कोई मानदेय नहीं देय नहीं होगा।वालिंटियर्स वालिंटियर्स बनने के लिया 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं को जोड़ा जा सकता है। यह वालिंटियर्स यातायात संचालन के साथ आमजन को जागरूक करने का काम करेंगे। हरिद्वार में पहले चरण में 76 लोगों ने इस योजना के तहत आवेदन किया है।
प्रदेशभर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक वालंटियर्स यानी यातायात स्वयंसेवी बनाए जाने की पिछले दिनों योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत ट्रैफिक वालंटियर्स सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद, नो पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई एप की मदद से फोटो व वीडियो अपलोड कर चालान, अपने नजदीकी क्षेत्र के आसपास स्थित ट्रैफिक जंक्शन पर यातायात कर्मियों के साथ यातायात संचालित करेंगे।
वहीं अपने आसपास के कालेजों, पार्कों, उच्च शिक्षण संस्थान, स्टेडियम, माल, टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और सरकारी व निजी कार्यालयों में यातायात जागरूकता का प्रचार-प्रसार करेंगे। जिसके तहत हरिद्वार जिले में आज से इस योजना का शुभारंभ किया जा रहा है। इसके लिए अभी तक 76 लोगों ने अपना पंजीकरण बेबसाइट पर कराया है। चारधाम यात्रा से पहले यह पहल शहर के ट्रैफिक को कंट्रोल करने में काफी मदद करेगी।
इस वेबसाइट पर करेंगे आवेदन
हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि वालंटियर बनने के लिए युवकों को यातायात निदेशालय की वेबसाइट uttarakhandtraffic.com पर जाना होगा। यहां उपलब्ध फार्म को भरने के बाद जमा करना होगा। इस फार्म को अभ्यर्थी ऑनलाइन या यातायात निदेशालय आकर जमा कर सकते हैं।
यह होनी चाहिए योग्यता
* आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
* आवेदक में शारीरिक एवं मानसिक रूप से ट्रैफिक संचालन की क्षमता होनी चाहिए।
* यातायात संबंधी सारे नियमों का पालन करने वाला होना चाहिए।
* कोई भी पुलिस कार्रवाई या एफआईआर रजिस्टर्ड नहीं होनी चाहिए।
* वालंटियर स्कीम के तहत जो निर्देश दिए जाएंगे, उसका पालन करना होगा।