( सुनील तनेज़ा )
नई दिल्ली।यूक्रेन और रुस के बीच चल रहे युद्ध ने दुनिया को सिर्फ तबाही दी है। इस युद्ध में झुकने को कोई भी तैयार नहीं है। अगर किसी का कुछ नुकसान हो भी रहा है तो शक्तिशाली ताकत को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
आपको बता दे कि 2022 में अचानक ही रुस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हो गई थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि युद्ध जैसी स्थिति से रूबरू होना पड़ेगा, लेकिन ऐसा हुआ। ये युद्ध आज भी जारी है, दोनों ही देशों को इस युद्ध से काफी नुकसान हो रहा है। लेकिन चूंकि यूक्रेन छोटा सा देश है, तो उसका नुकसान ज्यादा है। हालांकि, जिस तरह से इस देश ने रुस का सामना किया है, वो भी काबिले तारीफ है। उधर, रुस को भी इस युद्ध में काफी नुकसान झेलना पड़ा है। कई सैनिकों की मौत के बाद भी युद्ध जारी है।
रुस में युद्ध लड़ रहे सैनिकों के लिए कुछ डॉक्टर्स और नर्सों को यूक्रेन भेजा गया है। अब इन्हीं में से कुछ ने दबी जुबान से रुसी सैनिकों की करतूत उजागर की है। इनका कहना है कि ये सैनिक उनका फायदा उठा रहे हैं। वो उनके इलाज के लिए जाती है लेकिन सैनिक उन्हें अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं। ऐसा मिलिट्री के टॉप क्लास के ऑफिसर्स भी कर रहे हैं। इस बात का खुलासा रेडियो फ्री यूरोप में इंटरव्यू देने आई एक रुसी ऑफिसर ने ही कर दिया।
पहचान रखी छिपाकर
युद्ध के दौरान डॉक्टर्स और नर्सेस के साथ हो रहे इस जुल्म का खुलासा एक रुसी अधिकारी ने ही कर दिया। हालांकि, उसने अपनी पहचान छिपा कर रखी है। उसने बताया कि इन डॉक्टर्स को सैनिक खाना बनाने, कपड़े धोने और फिर अपने साथ सोने के लिए मजबूर करते हैं। उसने ये भी बताया कि जो भी डॉक्टर ऐसा करने से मना करती है उसे कठोर सजा दी जाती है और फिर उसके साथ मारपीट भी की जाती है। जब उसने ये सब अपनी आंखों से देखा तो यकीन नहीं कर पाई। लेकिन ये सब सच है।
खुद भी हो चुकी है शिकार
महिला ने अपनी पहचान छिपाते हुए और भी कई खुलासे किये। आज रुसी आर्मी के उच्च स्तर पर पहुंची इस अधिकारी ने बताया कि एक समय में उसे भी गंदे काम के लिए मजबूर किया गया था। लेकिन जब उसने इस बात से इंकार कर दिया तो उसे कई महीनों तक टॉर्चर किया गया। जहां सभी ठंड में गर्म चादर में टेंट के अंदर सोते थे, उसे खुले में बाहर सुलाया जाता था। वहीं उसकी टीम में शामिल सात अन्य महिलाओं ने स्लेव बनने लिए हामी भर दी थी। ऐसे में उन्हें सारी सुविधाएं दी जा रही थी।