( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
लुधियाना। पंजाब में ड्रग्स माफिया से ‘याराना’ करके खूब पैसा बंटोर रहे पंजाब के लुधियाना के इस पुलिस अफसर को लेकर कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। 29 मार्च को बसंत पार्क चौकी इंचार्ज जरनैल सिंह को ड्रग्स माफिया के परिजनों से 70 हजार रिश्वत लेने के मामले में रंगे हाथ पकड़ा गया था।
जरनैल सिंह की गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है कि ASI खुद भी नशेड़ी है।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जरनैल सिंह ने वर्दी की धौंस दिखाकर खूब पैसा कमाया। उसका धनांसु गांव में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है। यह 1000 गज का डिपार्टमेंटल स्टोर है। जरनैल सिंह के बैंक अकाउंट में 25 लाख रुपए नकद मिले।
आरोपी की सैलरी 70 हजार मंथली है, लेकिन उसके पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं। कई जमीनों का मालिक है। ASI जरनैल सिंह टोयोटा फॉर्च्यूनर में घूमता था। यानी उसकी जितनी सैलरी नहीं है, उससे कई गुना पैसा निकला है। लुधियाना पुलिस ने जरनैल सिंह की आय से अधिक संपत्ति की एक रिपोर्ट तैयार की है।
ड्रग्स माफिया के जुड़ा हुआ था
जरनैल सिंह ड्रग्स माफिया के जुड़ा हुआ था। इस मामले में ड्रग पेडलर अमृतपाल सिंह चीनू और एक बिचौलिए परविंदर कुमार उर्फ विक्की धवन को भी पकड़ा गया है। इन्होंने ही जरनैल सिंह के सौदा तय किया था।
तत्काल प्रभाव से किया निलंबित
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने जरनैल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। हैरानी की बात यह है कि छापे के दौरान पुलिस चौकी से 1 ग्राम हैरोइन, 3 डिजिटल कंडे, छोटे लिफाफे व विशेष कागज(नशे में इस्तेमाल) बरामद हुए थे।
कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू के अनुसार, जरनैल सिंह ने ड्रग पेडलर अमृतपाल सिंह को उसके घर के बाहर हेरोइन बेचते हुए पकड़ा था। चौकी इंचार्ज ने उसे छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की थी। यह सौदा 70 हजार रुपए में तय हुआ था।