( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पिथौरागढ़। उत्तराखण्ड में अचार संहिता लागु होने के बाद भी राजनैतिक पार्टिया अभी भी अपना मैनिफेस्टो और उमीदवारों की लिस्ट फ़ाइनल करने की तैयारियों में लगी हुई है ,तब जब विधानसभा सीटों पर वोटरों के गणित अहम माने जा रहे है। उत्तराखण्ड के बॉर्डर जिले पिथौरागढ़ में चार विधानसभा सीटों में से तीन सीटे ऐसी है जहा महिला वोटर्स अहम् रोल अदा कर सकती हैं। इन तीनों विधानसभाओं में पुरुषों के मुकाबले महिला वोटरों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में तय है कि जिस पार्टी की ओर महिलाओं का रुझान बढ़ेगा, जीत का सेहरा भी उसी के सिर सजेगा।
पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर कुल 1 लाख 9 हजार 171 मतदाता हैं, जिनमें पुरुषों की संख्या जहां 54,068 है, वहीं महिलाओं वोटर्स की तादात 55,103 है। धारचूला सीट पर कुल मतदाता 87,481 हैं. इनमें 43,581 पुरुष वोटर हैं, तो 43,900 महिलाएं। डीडीहाट विधानसभा में पुरुषों के मुकाबले महिला वोटर्स सबसे अधिक हैं। 82,741 मतदाताओं वाली डीडीहाट सीट पर पुरुष मतदाता 40,600 हैं तो, महिलाओं की संख्या यहां 42,141 हैं। पिथौरागढ़ ज़िले में गंगोलीहाट ही ऐसी विधानसभा है, जहां महिलाओं के मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है।
इन आंकड़ों के चलते ही महिलाएं अब ज्यादा राजनीतिक हिस्सेदारी की भी मांग कर रही हैं। ज़िला पंचायत की अध्यक्ष दीपिका बोरा कहती हैं, ‘अब वक्त आ गया है कि महिलाओं को उनकी संख्या के बराबर राजनीति में हिस्सेदारी दी जाए। ’ इधर, मौजूदा स्थिति पर नज़र डालें तो फ़िलहाल ज़िले में 2 महिला विधायक हैं। अब देखना ये है कि 2022 के चुनावी रण में बीजेपी और कांग्रेस जैसी मुख्य पार्टियां महिला उम्मीदवारों पर कितना भरोसा जताती हैं।
डीडीहाट से हरीश रावत की चर्चा
इस सीट पर 25 सालों से बीजेपी का कब्ज़ा रहा है और बिशन सिंह चुफाल यहां से अजेय रहे हैं. कांग्रेस की समस्या यहां यह है कि धड़ेबाज़ी बहुत है । इन दोनों स्थितियों से निपटने के लिए हरीश रावत को कांग्रेस यहां से चुनाव लड़वाने के बारे में विचार कर रही है । बताते हैं कि रावत के पक्ष में प्रस्ताव बनाने के लिए आज मंगलवार को पिथौरागढ़ में सभी दावेदार बैठक कर बड़ी रणनीति बना सकते हैं । रावत यहां से लड़े तो चुनाव में डीडीहाट हॉट सीट बन जाएगी ।