( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
हरिद्वार। श्रावण कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार को जहा 57 लाख 50 हज़ार श्रद्धालुओं ने गंगा जल भर अपने गंतव्य की तरफ रवाना हुए। वहीं मात्र पांच दिन में अब तक 92 लाख 80 हजार से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य को रवाना हो चुके हैं। जबकि जबसे कावंड यात्रा शुरू हुई तबसे अबतक गोताखोरों ने 21 कांवड़ यात्रियों को डूबने से बचाया।
यदि प्रतिदिन के आकड़ो पर नज़र डाली जाय तो जबसे शुरू हुई कावंड यात्रा में संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आप भी एक नज़र डालें जरूर कि किस दिन कितने कावंड़ियों ने गंगा जल भरकर अपने गंतव्य को रावण हुए।
खास बात यह कि इस बार कावंड़ियों पर पंचक का भी असर नहीं दिखाई दे रहा है। कावंड़ियों की माने तो अभी पैदल कावंड लेने वालो की संख्या ज्यादा है। भगवान भोले की कृपा से मौसम भी साथ दे रहा है ,लिहाजा जितनी जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच जाये ,वही ज्यादा अच्छा है। क्योकि हर वर्ष धूप जान निकल देती थी।
आपको बता दे कि 07 जुलाई की शाम से पंचक शुरू हो चूका है ,जोकि 10 जुलाई की शाम को खत्म होगा।
CM धामी ने शिवभक्त कावंड़ियों का चरण धोकर लिया पुण्य लाभ
इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को ओम पुल, निकट डामकोठी, हरिद्वार स्थित गंगा घाट में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न प्रदेशों से देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिवभक्त कावड़ियों के चरण धोकर एवं उन्हें सम्मान स्वरूप गंगाजल भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने डामकोठी में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ कावड़ यात्रा का संदेश दिया।
हरिद्वार पूरे देश की श्रद्धा का केंद्र
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड आए कावड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरिद्वार पूरे देश की श्रद्धा का केंद्र है। इस पवित्र जगह मां गंगा एवं भगवन भोलेनाथ का विशेष आशिर्वाद है। श्रावण मास में कावड़ यात्रा का विशेष महत्व है। राज्य सरकार को कावड़ियों का स्वागत करने का सौभाग्य मिला है। कावड़ यात्रा को सुगम सुरक्षित बनाकर सरकार इस यात्रा में कावड़ियों का सहयोगी बनकर कार्य कर रही है। कावड़ियों की सेवा करना सभी के लिए पुण्य का काम है।
एक नज़र प्रतिदिन की संख्या पर
दिनांक संख्या ( लाखो में ) डूबने से बचाये गए
04 जुलाई 1,10,000 – 04
05 जुलाई 8 ,50,000 – 06
06 जुलाई 10,50,000 – 03
07 जुलाई 15,20,000 – 07
08 जुलाई 57,50,000 – 01
( पुलिस विभाग द्वारा दिए गए आंकड़े )