( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
अजमेर। इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्र संघ, के राजस्थान चैप्टर का द्वितीय मिलन समारोह महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया तत्पश्चात विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गई।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पुरा छात्र रहे प्रो अशोक कुमार पूर्व कुलपति (गोरखपुर तथा कानपुर विश्वविद्यालय) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा कुलपति एम डी एस यूनिवर्सिटी प्रो अनिल शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मैती आंदोलन उत्तराखण्ड के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत की इस कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति रही।
संघ के महासचिव नवीन चंद्रा ने बताया कि गत वर्ष में विभिन्न प्रदेशों तथा नगरों में संपन्न विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को एकत्रित करते हुए इस प्रकार के मिलन समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में इस विषय पर भी चर्चा की गई कि विश्वविद्यालयों में पुरा छात्र परिषदों की क्या भूमिका होनी चाहिए।
मुख्य अतिथि प्रो अनिल शुक्ला कुलपति एम डी एस यूनिवर्सिटी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरा छात्र सम्मेलन आयोजित किए जाते रहने चाहिए और पूर्व छात्रों को उनकी जड़ों से जोड़ना होगा।
AUAA के राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष तथा श्री रामानुजाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रामसेवक दुबे ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की उपलब्धि इस मायने में भी होती है कि वहां से पढ़कर निकले विद्यार्थी किन महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हैं तथा उनकी उपलब्धि क्या है?
कार्यक्रम का संचालन प्रो अमित कुमार जायसवाल, उत्तराखण्ड ने किया। इस पुरा छात्र परिषद के प्रवक्ता प्रो अमित कुमार जायसवाल ने बताया कि 24 दिसंबर 2023 को वार्षिक कार्यक्रम गाजियाबाद में आयोजित किया जाएगा और परिषद की स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में द्वि दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी वर्ष नवंबर दिसंबर 2024 में आयोजित होगा।
इस कार्यक्रम में अजमेर कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती कौमुदी पंत, लोकल कोऑर्डिनेटर प्रो प्रवीन चौरसिया, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर की प्रवक्ता डॉ रेखा मेहरा, राजस्थान चैप्टर के महासचिव डॉ टी सी पाठक समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। उपस्थित सभी गणमान्य सदस्यों ने परिषद के कार्यक्रमों को प्रदेश तथा देश में त्वरित गति से आयोजित कराने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ।