( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / हरिद्वार। उत्तराखण्ड में मतदान सम्पन्न होने के बाद प्रत्याशियों का पूरा समय गुणा – भाग में बीता। देहरादून की 10 और हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों पर कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां भितरघात की आशंका से दिग्गजों के चेहरे पर शिकन देखने को मिली। यहीं नहीं वोटरों की खामोशी भी इस बार प्रत्याशियों के जीत-हार के गुणा-भाग को गड़बड़ा रही है। राजनीतिक पंडित भी मतदाताओं के इस खामोशी से जीत-हार का सही आंकलन नहीं कर पा रहे हैं।
पार्टी स्तर पर भी किया जा रहा प्रत्याशियों की जीत-हार का आंकलन
सोमवार को देहरादून विधानसभा की सभी दस सीटों हरिद्वार की 11 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों पर 73.80 % मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। वही देहरादून की दस विधानसभा सीटों पर 62.40 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना मत का प्रयोग किया। मतदान संपन्न होने के बाद सभी प्रत्याशी अपनी जीत-हार का गुणा भाग करने में जुट गए हैं। पार्टी स्तर पर भी प्रत्याशियों की जीत-हार का आंकलन किया जा रहा है। जिसको लेकर CM धामी पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी देहरादून स्थित पार्टी कार्यालय में बैठक की। सियासी पंडितों की माने तो दून जिले की दस विधानसभा सीटों की बात करें तो सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही सिमटता नजर आ रहा है। तो वही हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला है तो कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला भी रहा है। देहरादून की पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो 10 सीटों में से नौ सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था। चकराता सीट से कांग्रेस के प्रीतम सिंह ही ऐसे थे जो विधानसभा पहुंचे थे लेकिन जीत का अंतर मात्र 1543 ही रहा।
हालांकि विकासनगर, सहसपुर, धर्मपुर, रायपुर, राजपुर रोड, कैंट मसूरी डोईवाला व ऋषिकेश सीट पर भाजपा प्रत्याशी काफी अंतर से जीते थे। अधिकतर सीटों पर जीत का अंतर पांच हजार से दस हजार तक रहा। इस बार भाजपा को कई सीटों पर बगावत और कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी झेलनी पड़ी। इसमें प्रमुख रूप से कैंट, रायपुर, धर्मपुर, डोईवाला सीट शामिल है।