( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिथौरागढ़ दौरे पर 11 व 12 अक्टूबर संभावित दौरा होना है । इस दौरान पीएम कैलाश पर्वत के व्यू प्वाइंट जाएंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान ही व्यू प्वाइंट का शुभारंभ किया जाएगा। जो कि चीन और भारत की सीमा पर स्थित है। कैलाश पर्वत के इस व्यू प्वाइंट को 2018 में खोजा गया था।आपको बता दे कि हर साल भारी संख्या में लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा परजाते हैं। इसके लिए एक रास्ता पिथौरागढ़ से होकर जाता है। लेकिन विवाद के चलते ये रास्ता बंद है। ऐसे में इसके लिए एक विकल्प तैयार किया गया है। जिसे व्यू प्वाइंट कहा जाता है। जिसकी यात्रा को बढ़ावा देने के लिए अब शासन से सरकार स्तर तक कोशिश की जा रही है। इसके लिए पीएम मोदी के दौरे को खास माना जा रहा है। अभी सुरक्षा कारणों से इस प्वाइंट तक आम आदमी को नहीं जाने दिया जाता है। यहां आर्मी के वाहन पर ही जा सकते हैं। ऐसे में पीएम मोदी के इस प्वाइंट पर जाने के बाद इसे पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। स्थानीय लोगों को भी उम्मीद है कि पीएम मोदी के दौरे के बाद कैलाश पर्वत के व्यू प्वाइंट को देखने पर्यटक जरुर पहुंचेंगे।
आम आदमी को इन जगहों पर जाने के लिए इनर परमिट लेना होता है। फिलहाल टूरिस्ट आदि कैलाश के दर्शन और ओम पर्वत के दर्शन के लिए जाते हैं। इसके बाद पर्यटको को व्यू प्वाइंट ले जाने को भी शामिल किया जा सकता है। जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम मोदी का 11 और 12 अक्टूबर के पिथौरागढ़ दौरे में सबसे पहले नारायण आश्रम में रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद अगले दिन जोलिंगकोंग और आदि कैलाश व्यू प्वाइंट जाएंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि पीएम मोदी इस यात्रा को पहले भी कर चुके हैं। हालांकि तब भी राजनीति में कम सक्रिय थे। ऐसे में यहां के बारे में पीएम को ज्यादा जानकारी है।
जोलिंगकोंग के शिव मंदिर में पीएम मोदी पूजा अर्चना करेंगे। जोलिंगकोंग मंदिर 19505 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। जो कि धारचूला में व्यास घाटी के गुंजी हेलीपैड से 36 किलोमीटर दूर है। मंदिर से व्यू प्वाइंट 2 किमी दूर है। जिसकी सड़क सेना ने तैयार की है। पीएम मोदी का आदि कैलाश व्यू प्वाइंट में करीब एक घंटा रहने की संभावना है।