( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
लखनऊ। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद की मुठभेड़ में मौत के बाद समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ ने एक सूची जारी की है। इसमें सपा ने योगी सरकार से कई सवाल पूछे हैं। इसमें सवाल करते हुए जानना चाहा है कि क्या ये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘खासमखास’ हैं? वहीं ये भी आरोप लगाया है कि ये सब अपराधी योगी जी के स्वजातीय हैं।
बता दें समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ ने एक ट्वीट में एक लिस्ट जारी करते हुए लिखा है कि, “ये सब क्या योगी जी के खासमखास हैं?, दरअसल ये सब योगी जी के स्वजातीय हैं। इसीलिए अभी तक बचे भी हुए हैं और अपराध भी कर रहे और गिरोह भी चला रहे और हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती, वसूली, रंगदारी कर रहे हैं। ट्वीट में एक नोट जोड़ते हुए कहा है, नोट- लिस्ट पुरानी है, लेकिन इसमें ज्यादातर अपराधी भाजपा समर्थित हैं और सक्रिय हैं। दरअसल, समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी गुलाम की झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मौत के एक दिन बाद यह सूची जारी की है।
ये सब क्या योगी जी के खासमखास हैं ?
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) April 14, 2023
दरअसल ये सब योगी जी के स्वजातीय हैं
इसीलिए अभी तक बचे भी हुए हैं और अपराध भी कर रहे और गिरोह भी चला रहे और हत्या ,बलात्कार ,लूट ,डकैती ,वसूली ,रंगदारी कर रहे
नोट – लिस्ट पुरानी है ,लेकिन इसमें ज्यादातर अपराधी भाजपा समर्थित हैं और एक्टिव हैं https://t.co/DYQXBJa5CJ pic.twitter.com/1gUZ71uHdR
आपको बता दें, इस सूची में सबसे ज्यादा अपराध ब्रजेश सिंह पर दिखाया गया है। ब्रजेश सिंह की गिनती पूर्वांचल के बड़े माफिया में होती है। मुख्तार अंसारी से उसकी अदावत तीन दशक से चल रही है। ब्रजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह वाराणसी से बीजेपी के सहयोग से एमएलसी हैं और भतीजा सुशील सिंह चंदौली की सकलडीहा सीट से भाजपा से विधायक है।
इस सूची में कुलदीप सिंह सेंगर (उन्नाव, 28 मामले), बृजेश सिंह (वाराणसी, 106 मामले), धनंजय सिंह (जौनपुर, 46 मामले), राजा भैया (रघुराज प्रताप सिंह) (प्रतापगढ़, 31 मामले), उदयभान सिंह (भदोही, 83 मामले), अशोक चंदेल (हमीरपुर, 37 मामले), विनीत सिंह (चंदौसी, 34 मामले), बृजभूषण सिंह (गोंडा, 84 मामले), चुलबुल सिंह (वाराणसी, 53 मामले), सोनू सिंह (सुल्तानपुर, 57 मामले), मोनू सिंह (सुल्तानपुर, 48 मामले), अजय सिंह सिपाही (मिर्जापुर, 81 मामले), पिंटू सिंह (बस्ती, 23 मामले), सन्नी सिंह (देवरिया, 48 मामले), संग्राम सिंह (बिजनौर, 58 मामले), चुन्नू सिंह (महोबा, 42 मामले) और बादशाह सिंह (महोबा, 88 मामले) शामिल हैं।