( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
खटीमा। उत्तराखण्ड की सबसे VVIP विधानसभा सीट खटीमा इस बार CM पुष्कर सिंह धामी के कारण राज्य की सबसे VVIP सीट हो गई है। इस सीट पर वैसे तो सीधी टक्कर कांग्रेस और बीजेपी के बीच है, लेकिन बसपा और आम आदमी पार्टी यहां पर सियासी समीकरण बिगाड़ सकती है। इस सीट पर अब तक पांच चुनाव हुए हैं और कांग्रेस एंड बीजेपी दो-दो बार जीत चुके हैं। लगातार दो बार इस सीट से जीत दर्ज करने वाले पुष्कर सिंह धामी को छह महीने पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली और वह इस सीट से लगातार तीसरी बार प्रत्याशी बनाए गए हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर है, लेकिन इस बार बसपा और आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन भी इस सीट के समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां क्षत्रिय वोटर सबसे ज्यादा हैं। बावजूद इसके राणा और अल्पसंख्यक वोटरों की भूमिका खासी अहम है। इस बार राणा और मुस्लिम बिरादरी के प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
क्षत्रिय बाहुल है यह सीट
खटीमा विधानसभा सीट नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट का हिस्सा है। मोदी सरकार में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री हैं अजय भट्ट यहां से लोकसभा सांसद है। कांग्रेस के प्रत्याशी भुवन चंद्र कापड़ी प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और वह पुष्कर सिंह धामी को टक्कर दे रहे हैं। 2002 और 2007 में कांग्रेस के गोपाल सिंह राणा विधायक बने जबकि 2012 और 2017 में भाजपा के पुष्कर सिंह धामी यहां के विधानसभा में प्रतिनिधि चुने गए।