( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
प्रयागराज / हरिद्वार । महंत नरेन्द्र गिरी आत्महत्या मामले में आरोपी आनंद गिरी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आनंद गिरि को कोर्ट में पेश किया था जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
गौरतलब है कि नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था। आनंद गिरि उस दौरान अपने आश्रम में था और उत्तराखंड पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। बाद में यूपी पुलिस की एक टीम ने पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर यूपी लाई थी।
आनंद का आश्रम भी सील
वहीं हरिद्वार स्थित आनंद गिरि का आश्रम सील कर दिया गया है। श्यामपुर स्थित इस आश्रम पर ये दूसरी बार कार्रवाई हुई है। बताया जा रहा है कि रुड़की विकास प्राधिकरण ने ये सीलिंग की कार्रवाई की है। प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के चलते मई में भी आश्रम को सील कर दिया था। इसके बावजूद यहां पर निर्माण कार्य चलता रहा। अब एक बार फिर आश्रम को सील कर दिया गया है। वहीं बताया जा रहा है कि नियमों के उल्लंघन पर अब एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है।
नरेंद्र गिरि को दी गई समाधि
वहीं बुधवार को ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघम्बरी मठ के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ श्री मठ बाघंबरी गद्दी में उनके गुरु के बगल में भू-समाधि दे दी गई। महंत नरेंद्र गिरि पद्मासन मुद्रा में ब्रह्मलीन हुए। अब एक साल तक यह समाधि कच्ची ही रहेगी। इस पर शिवलिंग की स्थापना कर रोज पूजा अर्चना की जाएगी। इसके बाद समाधि को पक्का बनाया जाएगा।
आज गमगीन माहौल में महंत नरेंद्र गिरि को अंतिम विदाई दी गई। उन्हें पद्मासन मुद्रा में समाधि दी गई है। उन्हें योग की मुद्रा में बैठाया गया। इसके बाद मिट्टी, चंदन, इत्र डाला गया। यही नहीं गुलाब की पत्तियों से पूरे समाधि स्थल को भरा गया।