( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय / नवीन कुमार )
हरिद्वार। संक्रांति महापर्व के पवन अवसर पर विश्व प्रसिद्ध हरकी पौड़ी सहित मां गंगा के तमाम पवित्र घाटों पर घना कोहरा और कड़ाके की ठंड के बावजूद भी मां गंगा के जयकारों के साथ (स्नानार्थियों) श्रद्धालुओ द्वारा आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित करते हुए अपने-अपने गंतव्यों को प्रस्थान किया जा रहा है।
सेवा समर्पण भाव के साथ हरिद्वार पुलिस द्वारा स्नानार्थियों की यथासंभव मदद करते हुए व्यवस्था बनाई जा रही है। यातायात व्यवस्था सुचारू है। एसएसपी हरिद्वार सहित जिलाधिकारी हरिद्वार ने सभी अपील किया है कि कृपया व्यवस्था बनाए रखने में हरिद्वार पुलिस का सहयोग करें।
कड़ाके की ठंड पर आस्था भारी पड़ी और हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा भागीरथी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। दर्जनों देव डोलियों की मौजूदगी में ढोल-नगाड़ों की आवाज और मां गंगा के जयकारों से पूरी काशी नगरी गुंजायमान हो रही है।
घाटों पर तड़के चार बजे ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू
उत्तरकाशी के पौराणिक मणिकर्णिका घाट, केदार घाट, लक्षेश्वर, शंकर मठ, नाकुरी, देवीधार, गंगोरी अस्सी गंगा तट सहित आदि स्नान घाटों पर तड़के चार बजे ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी। स्नान पर्व पर बाडाहाट क्षेत्र के आराध्य कंडार देवता, बाडागड्डी क्षेत्र के आराध्य हरिमहाराज, खंडद्धारी माता, कैलापीर, नाग देवता, घंडियाल देवता, बाल कंडार, नागणी देवी, रनाड़ी के कचडू देवता, डुंडा की रिंगाली देवी, सहित धनारी क्षेत्र नागराजा, त्रिपुरा माता, चंदणनाग, राजराजेश्वारी आदि दर्जनों देवी-देवताओं की डोलियां, ढोल, निशान आदि के साथ हजारों श्रद्धालु उत्तरकाशी पहुंचे और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
वहीं हरिद्वार में रविवार को मकर संक्रांति स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। सुबह से ही स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी हो गया था। स्नान के बाद दान पुण्य का कार्य किया। नक्षत्रों के अनुसार आज सोमवार को भी मकर संक्रांति का स्नान है।
मेला क्षेत्र को सात जोन और 17 सेक्टर में विभाजित
वहीं, सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। रविवार को स्नान का आंकड़ा जारी नहीं किया गया। सोमवार को स्नान करने आए श्रद्धालुओं की संख्या जारी होगी। पुलिस ने मकर संक्रांति स्नान को लेकर पूरे मेला क्षेत्र को सात जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया है। 1200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी स्नान पर्व में लगाई गई है।
मकर संक्रांति के पवन अवसर पर स्नान करने के लिए यूपी, पंजाब, दिल्ली सहित कई राज्यों से श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंचे। घना कोहरा और कड़ाके की ठंड के बावजूद सुबह से ही हरकी पैड़ी पर स्नान का क्रम शुरू हो गया था। लेकिन गंगा घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम दिखाई दी।
हरिद्वार स्थित नारायणी शिला के मुख्य सेवक और ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी के अनुसार जब भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन गंगा स्नान और दान का भी विशेष महत्व होता है। गंगा स्नान करने के बाद तिल, खिचड़ी, गर्म कंबल आदि का दान किया जाता है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि स्नान को लेकर पुलिसकर्मी सभी जगहों पर मुस्तैद हैं।
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